भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश को समाजवादी प्रदेश की तरह चलाने पर आमादा है। जो उसे ठीक लगे वो रहे, जो उसे न ठीक लगे वो न रहे। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि प्रदेश को अपनी सुविधा के अनुसार चलाने पर आमादा सपाई खीझ में कभी तो उत्तर प्रदेश को बिना आई.ए.एस. के भी चला लेने का दावा करते हैं तो कभी नेताओं को उत्तर प्रदेश मे न आने तक की सलाह दे डालते हंै।
पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर सोमवार को नियमित ब्रिफिंग के दौरान प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने पत्रकारांे से कहा कि दुर्गा शक्ति नागपाल के प्रकरण पर बड़ा मन करते हुए सरकार को अपनी भूल स्वीकार करनी चाहिए। कई मुद्दों पर रोल बैक करती हुयी यह सरकार आखिर इस प्रकरण पर किस दबाव में है। पार्टी के कद्दावर नेता रामगोपाल यादव ने पिछले दिनों दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन प्रकरण पर पुर्नविचार की बात तथा कुछ ज्यादा कार्रवाई हो गयी है को स्वीकार किया था। अब अचानक इस पूरे प्रकरण पर उनका यू टर्न लेकर पूरे आई.ए.एस. कैडर को ही उत्तर प्रदेश के लिए गैर जरूरी बताना उत्तर प्रदेश को अराजकता की ओर ढ़केलने की साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि उनकी मंशा है कि उत्तर प्रदेश का प्रशासन ऐसे ही अफसर चलायें जो समाजवादी नेताओं के पैर छूते और जी हजूरी करते नजर आयें जैसा अभी पिछले दिनों विभिन्न अवसरों पर देखा गया है।
श्री पाठक ने कहा कि चैतरफा नाकामियों के मोर्चे पर जूझ रही अखिलेश सरकार अपनी गलती को बहादुरी बता रही है। तभी तो अहमद हसन कहते हंै कि मस्जिद की दीवार गिराकर साम्प्रदायिक माहौल को बिगाड़ने का प्रयास हो रहा था जिसके कारण आई.ए.एस. को निलंबित करना पड़ा। उनका कहना है कि यह कार्य करके सरकार ने मुसलमानों की मस्जिद को बचाया। अखिलेश मुलायम के नक्शे कदम पर हैं जिन्होंने अयोध्या में बाबरी मस्जिद को बचाया था। जबकि इससे इतर जिलाधिकारी की रिपोर्ट है कि दीवार ग्रामीणों ने गिराई। दीवार का निर्माण अवैध था। अवैध निर्माण किसी भी दशा मे वैध नहीं हो सकता। नोएडा के कादर पुर गांव की दीवार गिरने की घटना को बाबरी मस्जिद की तरह पेश करना सरकार की मुस्लिम परस्त रणनीति का हिस्सा है। खनन माफियाओं के दबाव में कार्यवाही की गई, दीवार का तो केवल बहाना है। हर फैसले और हर रणनीति को मुस्लिम परस्त का औजार बनाती समाजवादी पार्टी इस प्रकरण को भी उसी हथियार के रूप में प्रयोग करने में लग गई है।
श्री पाठक ने कहा कि दुर्गा शक्ति प्रकरण में सरकार लगातार झूठ का सहारा ले रही है। पहले जिलाधिकारी की रिपोर्ट और अब एल.आई.यू. की रिपोर्ट में अलग-अलग तथ्य है। मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों के अलग बयान और उनकी ही पार्टी के कद्दावर नेताओं के अलग बयान अलग-अलग कहानी कह रहे हैं। फिर भाटी जी के बयान के बाद तो कुछ बचा ही नहीं। अब जिस एल.आई.यू. की रिपोर्ट को लेकर सरकार दावे प्रतिदावे कर रही थी उसकी रिपोर्ट में भी जो तथ्य आये हैं वो सरकारी बयानों से इतर है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण में शुरूआत से ही सरकार का पक्ष संदेह के घेरे में है। अब विभिन्न रिपोर्टो से यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार ने इस पूरे प्रकरण में मनमानी की और इस मनमानी का दुष्परिणाम चुका रही है एक ईमानदार नौजवान महिला अधिकारी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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