समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने शपथग्रहण के साथ ही यह सुनिश्चित कर दिया था कि सरकारी खजाने का उपयोग जनहित के कामों में ही किया जाएगा। पिछली सरकार ने जनता की गाढ़ी कमाई पत्थरों और अनुत्पादक मदों पर खर्च की थी। समाजवादी पार्टी की सरकार ने विकास का नया एजेन्डा तय कर उस पर अमल करना शुरू किया। इससे मुख्यमंत्री जी के प्रति जनता का विश्वास पुख्ता हुआ है और सरकार की लोकप्रियता बढ़ी है। यह बात विपक्षी दलों को नहीं पच रही हैं। वे बिना मुद्दे के विवाद खड़े कर रहे हैं और रस्सी को सांप बताकर जनता को गुमराह करने में लगे है।
विपक्ष किस तरह भ्रांतिया फैलाता है इसका उदाहरण समाजवादी पार्टी सरकार का लैपटाप वितरण कार्यक्रम है। राज्य सरकार ने इसके माध्यम से गरीब बच्चों को भी प्रतियोगिताओं में भागीदारी बनने और उनके हौसलों को नई उड़ान देने का ऐतिहासिक काम किया। विपक्ष इसे झुनझुना बताता रहा और यह भी कहता रहा कि समाजवादी पार्टी सरकार अपने वायदे को पूरा नहीं कर पाएगी। मुख्यमंत्री जी ने दोनों बातों को झुठला दिया। समाजवादी पार्टी सरकार ने आगे की पढ़ाई और शादी के लिए कन्या विद्याधन के रूप में 30 हजार रूपए की राशि देने का निर्णय लिया। मुस्लिमों को रोजी -रोटी और सम्मान दिया गया। किसानों को कर्ज माफी, मुफ्त सिंचाई और बंधक जमीन की नीलामी न करने के निर्णय लागू किए। महिलाओं की सम्मान रक्षा के लिए 1090 हेल्पलाइन शुरू की गई। समाजवादी स्वास्थ्य सेवा 108 की उपयोगिता अब सभी स्वीकार करते हैं।
उत्तर प्रदेश के विगत पांच साल, जब बसपा की प्रदेश में सरकार रहीं, आम आदमी भय और यंत्रणा के दौर से गुजरा हैं। बसपा के मंत्री विधायक पूरे पांच साल लूट, वसूली, हत्या, अपहरण और बलात्कार की घटनाओं में संलिप्त रहे। भ्रष्टाचार की बाढ़ से देश-दुनिया में उत्तर प्रदेश की खूब बदनामी हुई। कांग्रेस और भाजपा ने भ्रष्ट प्रशासनतंत्र का विरोध नहीं किया क्योंकि उनके एजेण्डा में तो विकास कभी रहा नहीं। जातिवादी और सांप्रदायिक ताकतों को उत्तर प्रदेश की विकासपरक राजनीति से नफरत है। बसपा और भाजपा कुण्ठाग्रस्त होकर निरर्थक कसरत करने में अपनी ताकत का ह्ास कर रही है। चूॅकि प्रदेश की जनता सच्चाई से परिचित है इसलिए इनके झांसे में अब कोई आनेवाला नहीं है।
स्वस्थ लोकतंत्र के लिए विपक्ष की स्वस्थ रचनात्मक भूमिका होना आवश्यक है। लेकिन उत्तर प्रदेश में विपक्ष बीमार मानसिकता से ग्रसित है। वह लोकतंत्र के विरूद्व साजिशें रच रहा है ताकि राजनीति विकास की पटरी से उतर जाए। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने ऐसे तत्वों से दृढ़ता से लोहा लिया है और जाति तथा संप्रदाय की विषैली हवा से प्रदेश की राजनीति को प्रदूषित करनेवालों को उनकी सही जगह दिखाने का भी काम किया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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