समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि पूरे पंाच साल तक जो उत्तर प्रदेश में प्रशासन को पंगु बनाकर अपने स्वार्थ साधते रहे और भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे रहे, वे बसपा नेता अब समाजवादी पार्टी को प्रशासन चलाने की सीख दे रहे हैं और ईमानदार अफसरों का मनोबल गिरने का रोना रो रहे है। समाजवादी पार्टी की सरकार में लोकतंत्र की बहाली के साथ पारदर्शिता का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि विकास और जनहित के कार्यो में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रशासनिक अधिकारियों को नियमावली की परिधि में काम करना चाहिए। सामाजिक सद्भाव और विकास दोनो मोर्चो पर साथ-साथ काम करना होगा।
बसपाराज में देश विदेश तक उत्तर प्रदेश की बदनामी हुई। समाजवादी पार्टी को सीख देनेवालों को अपने समय में इंजीनियर मनोज गुप्ता हत्याकाण्ड, आईएएस हरमिन्दर राज सिंह की आत्महत्या, शीलू निषाद काण्ड, निघासन थाने में किशोरी से दुष्कर्म और हत्या जैसी घटनाओं को भी याद रखना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती ने प्रशासन को पंगु बनाकर ब्यूरोक्रेसी का अपने स्वार्थ साधन में जमकर प्रयोग किया। उनके समय पंचमतल यातना गृह बन गया था जिससे तमाम अफसर भी अवसाद ग्रस्त हो गए थे। बसपा शासन में लोकतंत्र का गला घोंट दिया गया था और अफसरों का इस्तेमाल धन उगाही में किया जा रहा था।
प्रदेश का दुर्भाग्य है कि यहां समाजवादी पार्टी की सरकार के विकास एजेन्डा की खिलाफत में बसपा के साथ भाजपा और कांग्रेस जैसे दल भी शामिल हो गए हैं। इन्हें प्रदेश का विकास की ओर अग्रसर होना अच्छा नहीं लग रहा है। जब बसपा का कुशासन था ये दल उसके मूकसमर्थक बने रहे। अकेले समाजवादी पार्टी तब जनता के हक और हितों के लिए लड़ाई लड़ती रही।
समाजवादी पार्टी के राह में रेाड़ा अटकानेवाले सांप्रदायिक उन्माद को हवा देने का काम कर रहे है। इन्हीं तत्वों ने मिलकर 1992 में बाबरी मस्जिद ढहा दी थी। लोकसभा चुनाव की बेला में अपना कोई भविष्य न देखनेवाले दल जाति और संप्रदाय की राजनीति के सहारे फिर सत्ता के इर्दगिर्द पहुॅचने का हवामहल बना रहे है। लेकिन जनता इनकी हकीकत से परिचित है और वह फिर से प्रदेश को पिछड़ा और बीमार प्रदेश नहीं बनने देगी।
समाजवादी पार्टी की सरकार ने अपने सवा साल के कार्यकाल में ही किसानों, नौजवानों, मुस्लिमों, महिलाओं और समाज के सभी वर्गो के हित में अनेक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक निर्णय लिए है जिनका अब देश के अन्य राज्य अनुसरण करने को बाध्य हो रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव का सामाजिक न्याय और सांप्रदायिक सद्भाव को बनाए रखने का संकल्प है। जो लोग अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं और सामाजिक सौहार्द को नष्ट करना चाहते हैं उन्हें कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मस्जिद की दीवार गिराकर सांप्रदायिकता को हवा देनेवालों के साथ सरकार सख्ती से पेश आएगी। साजिश कर्ताओं को कोई छूट नहीं मिलेगी। प्रशासनिक मशीनरी को राजनीति की कठपुतली नहीं बनना चाहिए। उत्तर प्रदेश में इस समय 20 करोड़ जनता की सरकार है जिसका दायित्व शांति, सुरक्षा बनाए रखना है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com