समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि कुतर्क करना पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती का स्वभाव बन गया है। उन्हें न तो अपने पूर्व पद की गरिमा का ख्याल है और नहीं उनका अपनी भाषा पर संयम है। बुधवार को अपनी प्रेस वार्ता में उन्होने श्री मुलायम सिंह यादव के संबंध में जो असंगत और अभद्र टिप्पणी की है, वह उनके मानसिक स्तर को भी दर्शाती है। श्री मुलायम सिंह यादव राष्ट्रीय स्तर के वरिष्ठ नेता है जिनका सभी सम्मान करते हैं। बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री की अशिष्ट टिप्पणी से उनके शिष्टाचार शून्य होने का पता चलता है। उनका यह कहना कि श्री यादव उत्तर प्रदेश में न आए निहायत बचकाना बयान है। बसपा अध्यक्ष को कुछ भी बोलने से पहले अपनी मर्यादाओं में रहना सीखना चाहिए। जितनी उनकी उम्र है उतना श्री मुलायम सिंह यादव का राजनीतिक जीवन है।
बसपा अध्यक्ष का उत्तर प्रदेश की सरकार के खिलाफ जहर उगलना भी उनकी रोज की आदत है। कानून व्यवस्था का हौवा खड़ाकर वे क्या जताना चाहती है, वहीं जानें। प्रदेश में कानून का राज कायम रखने की दिषा में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव पहले दिन से ही सचेष्ट रहे है। किसी भी घटना पर त्वरित कार्यवाही करने में वे चूकते नहीं है। श्री मुलायम सिंह यादव ने राज्य सरकार की उपलब्धियों की कई बार प्रशंसा की है। उन्होने इंगित किया है कि प्रदेश में जो निर्णय हुए है, किसी अन्य सूबे में नहीं हुए है। दूसरे राज्य अब उनका अनुसरण करने को बाध्य है। सुश्री मायावती अगर अपने रिकार्ड पर ध्यान दें तो उन्हें समाजवादी पार्टी सरकार और अपनी सरकार का फर्क समझ में आ जाएगा। उनकी सरकार के समय उनके कई मंत्री-विधायक ही हत्या, अपहरण और बलात्कार जैसे संगीन मामलों में जेल पहुॅचे है।
उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति राज की असंगत बात करके पूर्व मुख्यमंत्री वस्तुतः 20 करोड़ प्रदेशवासियों का ही अपमान कर रही है। यह जनादेश की भी अवमानना है। महामहिम राज्यपाल महोदय से ऐसी मांग करने से पहले उन्हें भारत के संविधान का अध्ययन कर लेना चाहिए था। ऐसा लगता है कि अब बसपा में अपनी पहली जैसी हैसियत न देखकर उनके खिन्न अधिवक्ता महासचिव ने अपनी अध्यक्षा को राष्ट्रपति राज संबंधी प्रारम्भिक जानकारी भी न देकर उन्हें अंधेरे में रखा है।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार ने विकास को नई मंजिलें तय की है। किसानों, मुस्लिमों, महिलाओं और नौजवानों के हित में तमाम योजनाएं शुरू की गई है। प्रदेश में पूंजीनिवेश में बाहरी उद्यमियों की दिलचस्पी बढ़ी है। अपराधियों पर नकेल कसी गई है। स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में बसपाराज में भयंकर घोटाले हुए थे, अब वहां भ्रष्टाचार पर रोक लगी है। प्रशासनतंत्र को जहां पूरी तरह पंगु और भ्रष्ट बना दिया गया था वहीं अब पादर्शिता और राजनीतिक शुचिता के साथ सरकारी कामकाज हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने की दिशा में अथक प्रयास कर रहे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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