भारतीय जनता पार्टी ने सपा-बसपा की जुबानी जंग को जनता का ध्यान अपनी-अपनी असफलताओं से हटाने की साजिश बताया। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने दोनों दलों को प्रदेश की अराजकता के लिए जिम्मेदार ठहराया। पिछले लगभग 11वर्षो से इन्हीं दोनों दलों का शासन प्रदेश में है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बसपा भ्रष्टाचार की तो सपा जंगलराज की प्रतीक है। प्रदेश की भोली-भाली जनता इन सबके राजनैतिक टोटके का बार-बार शिकार हो रही है।
पार्टी प्रवक्ता डा0 मिश्र ने सपा और बसपा पर प्रहार करते हुए कहा कि दोनों दल भेदभाव और जातिवाद की राजनीति करते है। दोनों दलों के शासन में नौकरशाही का दुरूप्योग किया जाता है तथा उनको अपने लिए और अपने दलों के हित के लिए मजबूर किया जाता है। बसपा जनता के धन का दुरूपयोग अगर पत्थर और पार्को पर करती है तो सपा लैपटाॅप बांटने के नाम पर बड़े-बड़े आयोजनों पर बेतहाशा धन की बर्बादी करती है। कभी बसपा-समाजवादी पार्टी को और कभी सपा-बहुजन समाज पार्टी से बदला लेने के नाम पर जातियों को उद्धेलित कर अपना उल्लू सीधा करती है। सच बात यह है कि ये दोनोें दल अपने-अपने निजी राजनैतिक स्वार्थों के लिए सरकारी खजाने का दुरूपयोग करते है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 मिश्र ने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से पूॅछा कि बसपा के मंत्रियों के विरूद्ध भ्रष्टाचार के लगभग 50 मामले अभियोजन की स्वीकृति के इन्तजार में क्यों है? श्री बाबू सिंह कुशवाह पर सपा सरकार की इतनी मेहरबानी क्यों है? सपा कोरी बयानबाजी कर प्रदेश की जनता को भ्रमित करने के बजाय बसपा के लोगों द्वारा किये गये भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्यवाही करें।
डा0 मिश्र ने बसपा सुप्रीमों मायावती से जनना चाहा कि वो और उनकी पार्टी संघर्ष के समय गायब क्यों रहती है? संघर्ष समाप्ति के बाद प्रेस कांफ्रेन्स कर झूठी वाहवाही लेने का प्रयास करती है। केदारनाथ आपदा के समय तथा त्रिस्तरीय आरक्षण के निर्णय के बाद प्रेस कान्फ्रेन्स करना उनकी नियति का खुलासा है। उन्होने पूॅछा कि सत्ता से हटने के बाद बसपा ने कितनी बार सपा के विरूद्ध सड़क पर संघर्ष किया है?
डा0 मिश्र ने कहा कि सच तो यह है कि दोनों दल (सपा और बसपा ) कांगे्रस के इशारे पर चल रहे है और सी0बी0आई0 का गोंद इन दोनों दलों को कांगे्रस से चिपकाये हुये है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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