असगरिया गोराबारिक ने पेश किया अपना नौहा
सुलतानपुर- अंजुमने असगरिया गोराबारिक अमहट में हुसैनिया नौ तामीर अमहट में एक मजलिस का आयोजन किया गया, जिसको मशहूर मौलाना सैय्यद रजा आब्दी हैदराबाद ने खिताब किया। दौराने मजलिस उन्होंने इमामे हुसैन अलै के उस छह माह के मासूम बच्चे का मसायब पढ़ा जिसका नाम अली असगर था। हुसैन का यह मासूम बच्चा भी कर्बला के मैदान में तीन दिन का प्यासा था जिसके लिए हुसैन ने यजीदी फौज से पानी मांगा था, किन्तु जालिम ने पानी से नहीं बल्कि तीर से उस मासूम बच्चे के गले पर मारकर शहीद कर दिया। उसी छह माह के बच्चे की याद में मजलिस के बाद शबीह गहवारा बरामद हुआ और अंजुमने असगरिया गोराबारिक ने अपना नौहा पेश किया।
रातभर तरही शब्बेदारी हुई जिसमें सुलतानपुर की मुकामी अंजुमनों के अलावा अंजुमने दस्तये मासूमिया घोसीमऊए नूरइस्लाम जलालपुर और जाफरिया जलालपुर ने नौहा मातम किया, जिसका संचालन मौलाना रजी बिस्वानी ने किया। सुबह 6 बजे 18 बनी हाशिम के 18 शबीह ताबूत हुसैनिया नौतामीर अमहट से बरामद होकर हुसैनिया शेख खानी पर खत्म किया गया। दौरान जुलूस आली जनाब मौलाना इरशाद अब्बास इलाहाबाद, मौलाना आबिस मौलाना हसन मेंहदी मीरपुर, मौलाना जीशान हैदर साहब, मौलाना शकील अहमद ने तकरीर की।