- प्रतिभागियों को जन विश्लेषक प्रयोगशाला एवं पराग डेरी का भ्रमण भी कराया गया
26 जुलाई, 2013
दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान के महानिदेशक श्री एन0एस0 रवि ने बिहार में मिड-डे-मिल के विषय में घटित घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए, देश के अन्तर्गत संवैधानिक व्यवस्था एवं कानून के प्रति दायित्वपूर्ण लोगों की प्रतिबद्धता को बहुत ही बिडम्बनापूर्ण बताया है। श्री रवि आज यहां संस्थान के सभागार में ‘‘खाद्य सुरक्षा अधिकारियों का प्रशिक्षण एवं क्षमता संर्वधन’’ विषयक 05 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे।
कार्यक्रम के प्रशिक्षण सत्र के दौरान प्रमुख विषय बिन्दुओं यथा- खाद्य सुरक्षा एवं मानक नियमों का क्रियान्वयन, आॅन लाइन लाइसेंसिंग तथा पंजीकरण, आफेन्सेस-इन-फूड ट्रायल्स और अभियोजन को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया, खाद्य प्रतिष्ठानों का निरीक्षण तथा प्रलेखन, मांस व दूध से निर्मित खाद्य पदार्थ बनने की जगह तथा स्थिति, सड़कों पर बिकने वाले खाद्य पदार्थ, खाद्य पदार्थाें को पैक करना एवं मानकों पर आधारित लेबल लगाना, नमूनों के संग्रह करने, लैब को भेजने तथा प्रलेखन की प्रक्रिया, नमूनों के परीक्षण की लैब का भ्रमण करना, खाद्य सुरक्षा एवं प्रबन्धन प्रक्रिया का संदर्भ तथा खाद्य पदार्थों की निगरानी एवं खतरों के विश्लेषण पर प्रमुख एवं प्रबुद्ध वार्ताकारों ने चर्चा की।
मुख्य अतिथि के रूप में श्री के0 चन्द्रमौलि, अध्यक्ष, खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण, भारत सरकार प्रतिभागियों को सम्बोधित किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन श्री हेमन्त राव ने भी अपने विचार व्यक्त किये। प्रशिक्षण सत्र में खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण, भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी तथा खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, के वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित थे।
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्री के0 चन्द्रमौलि ने दीप प्रज्जवलित करके किया। कार्यक्रम में डाॅ0 डी0सी0 उपाध्याय, संयुक्त निदेशक, दीनदयाल उपाध्याय, राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, बख्शी का तालाब, लखनऊ ने खाद्य सुरक्षा एवं मानक के महत्व तथा भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा संस्थान को इस महत्वपूर्ण प्रशिक्षण दायित्व के सौंपे जाने के विषय में विस्तार से बताया।
इस पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में सुश्री शहाना चटर्जी, प्रतिनिधि मै0 अमरचन्द मंगलदास, नई दिल्ली, श्री विजय बहादुर, सहायक आयुक्त (खाद्य), श्री आई0एन0 गुरूमूर्ति, एन0आई0एस0जी0 हैदराबाद, श्री पंकज, एन0आई0एस0जी0 हैदराबाद, श्री संजय गुप्ता, सहायक निदेशक एफ0एस0एस0ए0आई0, डाॅ0 ए0के0 सिंगला, उपनिदेशक, एफ0एस0एस0ए0आई0, सुश्री विनोद कोतवाल, निदेशक एफ0एस0एस0ए0आई0, डाॅ0 वी0जी0 पाण्डेयन, सहायक निदेशक एफ0एस0एस0ए0आई0, डाॅ0 गीतांजली शर्मा, माइक्रो बायलोजिस्ट, सी0एफ0एल0 कोलकता, श्री एस0सी0 तिवारी, जन विश्लेषक प्रयोगशाला, लखनऊ, डाॅ0 पी0के0 जायसवाल, पूर्व निदेशक, एफ0एस0एस0ए0आई0 एवं श्री मनीष कुमार सिंह, सहायक निदेशक, एफ0एस0एस0ए0आई0 द्वारा महत्वपूर्ण चर्चा की गयी। इसके अतिरिक्त एक दिवसीय प्रतिभागियों का क्षेत्र भ्रमण भी कराया गया, जिसके अंतर्गत जन विश्लेषक प्रयोगशाला एवं पराग डेरी तथा अन्य महत्वपूर्ण खाद्य निर्माताओं के प्रतिष्ठानों का अवलोकन भी कराया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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