- शिक्षक/प्रशिक्षक दोनों गुणवत्तायुक्त शिक्षा दें -राम गोविन्द चैधरी
26 जुलाई, 2013
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री श्री राम गोविन्द चैधरी ने गुणवत्तायुक्त शिक्षा पर जोर देेते हुए कहा कि प्रशिक्षक/शिक्षक दोनों की गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने की पूरी जिम्मेदारी होती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा में एक क्रान्ति लाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बी0टी0सी0 शुल्क को भी कम करने का निर्णय लिया गया है ताकि प्रशिक्षणार्थियों को सुविधा हो सके।
श्री चैधरी आज यहाँ निदेशालय स्थित राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद लखनऊ में आयोजित प्राचार्य जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान में बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्हांेने कहा कि प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा के स्तर में सुधार लाने की बहुत आवश्यकता है ताकि प्राइवेट स्कूलोें में बच्चे न जाकर अधिक से अधिक परिषदीय स्कूलों में पढ़ें। उन्हांेने कहा कि हरित क्रांति व श्वेत क्रांति की तरह ही शिक्षा में भी क्रांति लाने की आवश्यकता है।
राज्य मंत्री बेसिक शिक्षा श्री वसीम अहमद ने कहा कि स्कूलों व प्रशिक्षण संस्थानों दोनों में गुणवत्ता को सुनिश्चित करना होगा। हर शिक्षक अपनी इच्छा शक्ति को मजबूत करे कि उसे ईमानदारी से कर्तव्य वहन करना है और पूरी ईमानदारी से बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि पैदा करना है।
बैठक में राज्य मंत्री बेसिक शिक्षा श्री योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए एक माहौल तैयार करना पड़ेगा। प्राथमिक स्कूलों में गरीब का बच्चा पढ़ता है दूसरी तरफ निजी स्कूल एक व्यवसायिकता की दुकान है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंे नैतिकता की कमी हुई है। गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराने का दायित्व इसी विभाग पर है।
बैठक में बताया गया कि 63 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थाओं को एन0सी0टी0आई0 से बी0टी0सी0 प्रशिक्षण संचालन हेतु मान्यता प्राप्त है, 7 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की बी0टी0सी0 की मान्यता हेतु विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। 63 डायटों एवं एक कालेज आॅफ टीचर्स एजुकेशन में बी0टी0सी0 प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में कुल सीटों की संख्या 10450 है। निजी क्षेत्रों में बी0टी0सी0 प्रशिक्षण पाठ्यक्रम संचालित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा निजी संस्थाओं को संबद्धता दी गयी है। मई, 2013 में बी0टी0सी0 प्रशिक्षण पाठ्यक्रम संचालन हेतु 68 संस्थान सम्बद्धता प्राप्त थे। वर्तमान मंे 451 संस्थानों को सम्बद्धता दी गयी है, इससे 22650 छात्रों को प्रशिक्षण का अवसर प्राप्त होगा।
बैठक में बताया गया कि निजी बी0टी0सी0 प्रशिक्षण संस्थानों की स्थापना से प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में लगभग 2000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है एवं इन निजी संस्थानों में कई हजार प्रशिक्षित बेरोजगार नवयुवकों को रोजगार प्राप्त हुआ है। वर्कशाप में विषय से सम्बन्धित सभी लोगों ने अपने प्रजेन्टेशन प्रस्तुत किये।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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