25 जुलाई 2013 भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश सरकार के मुखिया अखिलेश यादव द्वार सेतुओं के लोकार्पण एवं मार्गों के शिलान्यास कार्यक्रम को प्रपंच बता कर खारिज किया। प्रदेश भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से नियमित बातचीत के दौरान प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्र मोहन ने कही।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 मोहन ने कहा कि प्रदेश की अखिलेश सरकार कानून व्यवस्था बनाने में पूरी तरह नाकाम रही है। सम्पूर्ण प्रदेश में महिलाओं, युवतियों, बच्चीयों के साथ दुराचार हो रहा है। विकास कार्य पूर्ण रूपेण ठप्प है। सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिये सेतु लोकार्पण के नाम पर जश्न का आयोजन कर जनता जर्नादन की आॅखों में धूल झोकने का प्रयास कर रही है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 मोहन ने कहा कि प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव द्वारा बार-बार प्रदेश की सड़कों को जून तक गड्ढा मुक्त करने का दावा किया लेकिन प्रदेश में आज राज्य मार्गो से लेकर सम्पर्क मार्ग तक अपने खस्ता हालात की गवाही दे रहे है। दावों की हकीकत राजधानी लखनऊ के खस्ताहाल सड़कों से परखी जा सकती है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 मोहन ने कहा कि प्रदेश में सड़कों के गड्ढ़ो की स्थिति इतनी बदतर है कि सड़कों पर धान की रूपाई हो सकती है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 मोहन ने कहा शिलान्यास कार्यक्रम में भी बुन्देलखण्ड के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है। प्रदेश के विकास में पिछडे़ बुन्देलखण्ड को सरकार ने अपनी वरीयता में नही रखा है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 मोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री एक ओर प्रदेश की बदहाली के लिए पूर्व की सरकार को दोषी ठहराते है वहीं वह 84 परियोजनाओं का लोकार्पण करते है और केवल 47 परियोजनाओं का शिलान्यास करते है। दरअसल प्रदेश सरकार बार-बार प्रयास करके भी कोई भी निवेश प्रदेश में लाने में विफल रही है। साथ ही खराब कानून व्यवस्था के कारण और बदहाल आधारभूत ढ़ाचों के कारण उद्योग और व्यापार ठप्प है और वह पलायन को विवश है। मुख्यमंत्री अपनी असफलताओं का ठीकरा नौकरशाही पर फोड़ रहे है जबकि सरकार के कई पावर सेंटर है। अनुभवहीनता के कारण नौकरशाही बेलगाम है जिसके लिए जिम्मेदार मुख्यमंत्री स्वयं ही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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