भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक कक्षाओं में उर्दू विषय की अनिवार्यता का विरोध किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा पूरे षड़यन्त्र के तहत उर्दू विभाग के विभागाध्यक्ष की अध्यक्षता में कमेटी बनाकर व एकेडमिक काउंसलिंग में पास कराकर एकपक्षीय तुगलकीय फरमान जारी किया है।
डाॅ0 बाजपेयी ने कहा अभी तक अंग्रेजी और उर्दू भाषा का प्रावधान था लेकिन अब केवल उर्दू की अनिवार्यता देश के बहुसंख्यक वर्ग को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविालय में प्रवेश से वंचित करने का षड़यंत है। उन्होंनें महामहिम राष्ट्रपति से अविलम्ब हस्तक्षेप की मांग की है।
डाॅ0 बाजपेयी ने केन्द्रीय विश्वविद्यालय में भाषाई आधार पर तुष्टिकरण करके वर्ग विशेष को खुश करने का यह निर्णय समाज को बांटने वाला है उर्दू भाषा की अनिवार्यता सामान्य छात्रों को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की मुख्य धारा से दूर करेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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