समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि भाजपा नेता हवा में तीर चलाने के विशेषज्ञ बनते जा रहे हैं। इस बात पर मंथन करने के बजाय कि प्रदेश की जनता ने क्येां भाजपा को तीसरे-चैथे नम्बर की पार्टी बना दिया है इसके नेता भारी बहुमत से सत्ता में आई समाजवादी पार्टी सरकार के कामों में खोट निकालने में लगे हुए हैं। प्रदेश के युवा एवं ऊर्जावान मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने जनहित में जो ऐतिहासिक एवं महत्वपूर्ण निर्णय लेकर विकास का रास्ता प्रशस्त किया हैं वे भाजपा नेताओं को नहीं दिख रहे हैं क्योंकि इनसे विकास और प्रगति के रास्ते खुलते हैं। किसान, नौजवान, महिलाएं और मुुस्लिम सभी इनसे लाभान्वित हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के विकास एजेन्डा पर चर्चा के बजाय भाजपा नेताओं का सर्वाधिक प्रिय काम सांप्रदायिकता को हवा देने और आरएसएस के तर्ज पर अफवाहबाजी को बढ़ाने का रहता है। प्रदेश सरकार के निर्णयों पर उगंली उठाने से पहले वे यह भी नहीं देखते कि वे ऐसा करके क्या संदेश दे रहे हैं। समाजवादी पार्टी का न्यायपालिका पर पूर्ण विश्वास हैं और वह न्याय के इस सिद्धांत को भी मानती है कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। समाजवादी बदले की भावना से किसी के प्रति कार्यवाही किए जाने के भी खिलाफ है।
समाजवादी पार्टी ने अपनी कथनी-करनी में एकता का परिचय देते हुए अल्पसंख्यक समुदाय के उन नौजवानों की पैरवी की है जिन्हें सिर्फ दहशतगर्द होने के शक में जेलों में डाल दिया गया था। समाजवादी पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र-2012 में निर्दोष मुस्लिम नौजवानों की रिहाई का जो वायदा किया गया था, उसे अमल में लाते हुए कई सौ नौजवानों को नई जिन्दगी जीने का अवसर दिया गया। इसे भाजपाई आतंकवादियों की पैरोकारी बताकर भ्रम फैला रहे हैं। दरअसल, भाजपा का मकसद प्रदेश में सांप्रदायिकता को भड़काने का है ताकि वे अपनी सियासत की रोटियां सेंक सकें।
भाजपा के पास लोकसभा चुनावों में जनता को बताने के लिए कोई सार्थक मुद्दा नही है। वह बस सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और झूठे बयानों के भरोसे अपनी चुनावी नाव पार करना चाहती हैं। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि राम मंदिर भाजपा का स्थायी मुद्दा है, इसे भूलने का सवाल नहीं जबकि हकीकत यह है कि केन्द्र में एनडीए की सरकार बनने के दौर में ही भाजपा ने राम मंदिर के मुद्दे से राम-राम कर ली थी। बाबरी मस्जिद तोड़कर भाजपा ने अपने मुस्लिम द्वेष को जगजाहिर कर दिया था।
समाजवादी पार्टी की सरकार लोकतंत्र, समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव का दृढ़संकल्प है कि समाजवादी पार्टी सरकार में सांप्र्रदायिक शक्तियों को सिर उठाने का मौका नहीं दिया जाएगा। अगर राज्य के किसी हिस्से से सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश की जाती है, या दंगा फसाद होते है तो संबंधित जिलो के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी तथा दंगों में शामिल और उन्हें भड़कानेवालों पर भी सख्त कार्यवाही होगी। ऐसे लोेगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून और गैंगस्टर ऐक्ट जैसे कठोर कानूनों का प्रयोग किया जाएगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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