एन्क्राइट इण्टरनेषनल इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल सांइसेस के चेयरमैन डा0 कीर्ति कुमार ने कहा कि मौजूदा समय में जहां महिलाएं पुरूषों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर काम कर रही है, वहीं समाज में कन्या भ्रूण हत्या, महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा, यौन शोषण तथा बालात्कार की बढ़ती घटनायें भी बढ़ती जा रही हैं। इन घटनाओं में कमी लाने के लिए सरकार के साथ स्वयंसेवी संस्थाओं और बुद्धिजीवियों को आगे आना होगा। श्री पासी रविवार को सरोजनीनगर के स्कूटर्स इण्डिया चैराहा स्थित स्पाइस कम्प्यूटर प्रषिक्षण केन्द्र के सभागार में आयोजित “जनसंख्या वृद्धि-वरदान या अभिशाप” विषय पर संगोष्ठी में बोल रहे थे।
इस मौके पर एसपी इंस्टीट्यूट आफ कम्प्यूटर एजूकेषन (स्पाइस) के निदेषक एवं सहयोग परिवार के अध्यक्ष राज किषोर पासी ने कहा कि देष की जनसंख्या तो बढ़ रही है लेकिन लगातार महिलाओं की संख्या घटना और उनके साथ किया जा रहा भेदभाव चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि बेटियों को अच्छा भोजन, अच्छी शिक्षा दिये जाने के बजाए उनका शोषण किया जा रहा है जो समाज और सरकार दोनों के लिये चुनौती है। इस मौके पर श्री पासी ने कहा कि भारत की सीमित भूमि व साधनों के कारण जो जनसंख्या मानव शक्ति के रूप में बढ़ रही है, उसको कुशल मानव संसाधन में परिवर्तन करने की एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा यदि जनसंख्या को संतुलित करना है तो जनसंख्या नियंत्रण के साथ-साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं का भी विस्तार करना होगा। उन्होंने महिलाओं के प्रति सम्मान का भाव जगाने के लिये घर से बच्चों को संस्कार देने का आवाह्न किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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