- बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील जनपदों के जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों को विशेष सावधानी बरतने की हिदायत
- आवश्यकतानुसार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने एवं राहत शिविर में भोजन एवं पीने के पानी सहित सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने बाढ़ से प्रभावित जनपदों में राहत एवं बचाव की मुकम्मल व्यवस्था करने के निर्देश देते हुए कहा है कि किसी भी परिस्थिति में जनहानि नहीं होनी चाहिए। उन्हांेने बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील जनपदों के जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों को विशेष सावधानी बरतने की हिदायत दी है। घाघरा एवं शारदा नदियों के बढ़ते जलस्तर को दृष्टिगत रखते हुए उन्होंने बाराबंकी, फैजाबाद अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, लखीमपुरखीरी तथा सीतापुर के जिला प्रशासन को सतर्क रहकर लोगों को आवश्यक मदद उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं।
यह जानकारी देते हुए सरकार के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि विदेश से लौटने के तत्काल बाद मुख्यमंत्री ने शासन के वरिष्ठ अधिकारियों से बाढ़ प्रभावित एवं बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील जनपदों तथा अत्यधिक जल के डिस्चार्ज से प्रभावित नदियों के जल स्तर की अद्यतन जानकारी प्राप्त की। इस मौके पर उन्हांेने प्रदेश के सभी मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाढ़ प्रभावित जनपदों में राहत एवं बचाव कार्य में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने एवं ऐसे राहत शिविर में भोजन एवं पीने के पानी सहित सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पानी से घिरे लोगों को बाहर निकालने के लिए पर्याप्त नावों की व्यवस्था पहले से ही कर ली जाए। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार पी.ए.सी. एवं अन्य संस्थाओं की भी मदद लेने में विलम्ब न किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य के लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका को देखते हुए चिकित्सा की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सकों की तैनाती एवं दवाइयों की व्यवस्था युद्ध स्तर पर की जाए। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं के लिए चारा एवं टीकाकरण की पर्याप्त व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं।
श्री यादव ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाए। संवेदनशील बंधो एवं बांधों तथा अन्य निचले स्थानों पर चैकसी बढ़ाई जाए। उन्होंने प्रदेश के विभिन्न जनपदों में स्थापित बाढ़ नियंत्रण कक्ष को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि यहां तैनात अधिकारियों/कर्मचारियों की उपस्थिति एवं संवेदनशीलता पर जनपद के वरिष्ठ अधिकारी कड़ी नजर रखें, जिससे कि बाढ़ से संबंधित सूचनाएं एवं विभिन्न विभागों के बीच समय रहते समन्वय स्थापित हो सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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