- ताजगंज परियोजना के कार्यों की समीक्षा प्रत्येक माह मुख्य सचिव स्तर पर होगी: जावेद उस्मानी
- कार्य की गुणवत्ता नियंत्रण हेतु स्वतंत्र थर्ड पार्टी पैनल का गठन होगा: मुख्य सचिव
- चिन्हित 15 स्लम बस्तियों के कुल 912 ऐसे टाॅयलेट्स का कार्य कराया जाएगा, जिनका प्रवाह सड़क के किनारे खुली नालियों में होता है: जावेद उस्मानी
लखनऊ: 11 जुलाई, 2013
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी ने निर्देश दिए हैं कि ताजगंज परियोजना का कार्य आगामी 15 अक्टूबर तक अवश्य प्रारम्भ करा दिया जाए। उन्होंने कहा कि परियोजना के कन्सलटेंट के चयन हेतु प्रमुख सचिव पर्यटन की अध्यक्षता में गठित समिति आगामी 25 जुलाई तक कन्सलटेंट के चयन की प्रक्रिया पूर्ण करा ली जाए। उन्होंने कहा कि ताजगंज परियोजना हेतु नामित कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम को बेहतर कार्य कर गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सारणी में कार्य पूर्ण कराना होगा। उन्होंने कहा कि ताजगंज परियोजना के कार्यों की समीक्षा प्रत्येक माह मुख्य सचिव स्तर पर की जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्य की गुणवत्ता नियंत्रण हेतु स्वतंत्र थर्ड पार्टी पैनल का गठन होगा, ताकि कार्यों की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कमी न होने पाए। उन्होंने कहा कि परियोजना के अन्तर्गत चिन्हित 15 स्लम बस्तियों के कुल 912 ऐसे टाॅयलेट्स का कार्य कराया जाएगा, जिनका प्रवाह सड़क के किनारे खुली नालियों में होता है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के अन्य शेष ड्राई टाॅयलेट्स को फ्लश/वेट टाॅयलेट्स में परिवर्तित करने हेतु नगर विकास विभाग द्वारा पृथक से अपनी परियोजना के अन्तर्गत कार्यवाही सुनिश्चित करनी होगी।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में ताजगंज परियोजना के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ताजगंज परियोजना हेतु राज्य सेक्टर से 25 करोड़ रुपये का बजट वर्तमान वित्तीय वर्ष में प्राविधान किया गया है। पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा भी वर्तमान वित्तीय वर्ष में इस योजना हेतु 24.95 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान करते हुए 1.24 करोड़ रुपये अवमुक्त किया गया है।
श्री उस्मानी ने कहा कि ताजगंज परियोजना ताजमहल को जाने वाले तीनों प्रवेश मार्गों तथा ताजमहल से लगे हुए ताजगंज वार्ड में विश्वस्तरीय मूलभूत पर्यटक अवस्थापना सुविधाएं मुहैया कराने तथा पर्यटकों के अनुभवों को यादगार बनाने के उद्देश्य से प्रस्तावित की गई है। उन्होंने कहा कि ताजमहल के पूर्वी गेट से 750 मीटर की दूरी पर 11.47 एकड़ भूमि में स्थित शिल्प ग्राम की उपयोगिता एवं सदुपयोग के सम्बन्ध में प्रमुख सचिव पर्यटन की अध्यक्षता में गठित समिति शीघ्र बैठक कर अपने सुझाव प्रस्तुत करे। उन्हांेने कहा कि इस समिति के सदस्य मण्डलायुक्त आगरा, उपाध्यक्ष आगरा विकास प्राधिकरण आगरा, तथा नगर आयुक्त होंगे।
बैठक में प्रमुख सचिव पर्यटन श्री संजीव शरण, मण्डलायुक्त आगरा श्री प्रदीप भटनागर, जिलाधिकारी आगरा श्री जुहेर बिन सगीर, उपाध्यक्ष आगरा विकास प्राधिकरण आगरा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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