भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि पूर्वांचल में प्रतिवर्ष सैकड़ों लोगों की जान लेने वाले इंफेलाइटिस की रोकथाम को लेकर अखिलेश सरकार गंभीर नही है। पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि इंफेलाइटिस ने पूर्वांचल में दस्तक देना शुरू कर दिया है राज्य सरकार को उसके रोकथाम के उपायों की अब याद आ रही है। प्रदेश में इंफेलाइटिस की रोकथाम के लिए होने वाले टीकाकरण के कार्यक्रम में जमकर लापरवाही बरती गई है।
पार्टी के राज्य मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि प्रदेश में जब आपदा आ जाती है तब अखिलेश सरकार उसके रोकथाम की समीक्षा करती है। पूर्वांचल में बिगत कई वर्षो से इंफेलाइटिस से सैकड़ों लोग उपचार न होने के कारण बेमौत मर जाते है। पिछले वर्ष भी बड़ी संख्या में लोग इस जानलेवा बीमारी का शिकार हुए थे। लेकिन फिर भी अखिलेश सरकार नही चेती। इसकी रोकथाम के लिए होने वाला टीकाकरण अभियान गति ही नही पकड़ पाया। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में भी यह तथ्य उभर कर सामने आये है कि इंफेलाइटिस से प्रभावित लगभग 20 जनपदों में से कई जनपद ऐसे है जहां टीकाकरण की स्थितियां बदतर रही। कई जनपदों में तो टीकाकरण मात्र दस प्रतिशत तक ही हो पाया है। जबकि जून तक इसे पूरा कर लिया जाना था।
उन्होंने कहा कि इंसेफलाईटिस/ए0ई0एस0 के रोकथाम के सुरक्षात्मक उपाय उनमंे सफाई और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था प्रमुख है पर ठोस कार्य नही हुए। निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष मात्र 50 प्रतिशत की प्रगति के सरकारी आकड़े गवाही दे रहे है कि वर्षा काल के दौरान विकराल रूप लेती इस जानलेवा बिमारी को गम्भीरता से नही लिया गया। डीप बोरिंग वाले हैण्डपम्पों को लगाये जाने वाले कार्य में अपेक्षित प्रगति नही हुई।
श्री पाठक ने कहा कि जब आपदा मुहाने पर खड़ी हो तो सरकार चेततीहै। इसी तरह बाढ़ को लेकर सरकार को जब सुरक्षा का उपाय करने थे नही किये। 15 जून को समीक्षा बैठक हुई तो पता चला की बाढ सुरक्षा के लिए आवंटित 729 करोड़ का अधिकांश हिस्सा खर्च ही नही हो पाया। वहीं हाल अब जे0ई0/ए0ई0एस0 का है। जब टीकाकरण का कार्य पूर्ण कर लिया जाना था तो पता लग रहा है कि शुरूआत ही कुछ जगहों पर नही हुई।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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