जनपद का एक मात्र जिला महिला चिकित्सालय धीरे धीरे खंडहर मे तब्दील होता जा रहा है । रख रखाव का बजट का हो रहा बदंरबाट अवैध कमाई करने की होड के चलते मरीज व तिमारदार है परेशान जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों के अवैध सम्बधों से बदनाम हो रही है परेशान जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों के अवैध सम्बधों से बदनाम हो रही है अखिलेश सरकार धृतराष्ट्र बने सी.एम.ओ. को दिन के उजाले में भी नही दिखती अव्यवस्था ।
गौरतलब हो कि जिले का एक मात्र जिला चिकित्सालय की हालत दिन प्रतिदिन संव्रहृामक होती जा रही है । अधिकारियों व जिम्मेदारो को अवैध कमाई का बैकटीरिया पूरी तरह ग्रसित कर चुका है । चिकित्सालय मे नई कही जाने वाली बिल्डिग मे बरसात का पानी ऐसे टपक रहा है जैसे किसी देहाती पनवाडी की फूस का छप्पर यहां तक कि आप्रेसन थियेटर के अन्दर तक पानी गैलरी मे पानी वार्डो मे पानी चूने के चलते फटे पुराने टाट के गददे पूरी तरह गीले हो चुके है । वार्ड की फर्स पानी से तर बतर रहती है ।
स्नानघर व शौचालय बेहद गन्दा बदबूदार व संक्रामक है जिसमें मेजर आप्रेसन के मरीजो को आये दिन दो चार होना पड़ता है । हालय यह है कि अस्पताल के डाक्टर बिना पैसे के न तो आप्रेसन करते है न मरीज को हाथ लगाते है रविवार को महिला अस्पताल के डाक्टर दूर पर रहते है काल करने पर भी न ही आते यहां तक कि अपना मोबाईल भी बन्द कर लेते है वही दूसरी ओर नर्सिग होमो से बुलावे पर रात्रि १ बजे भी मरीज देखने चल जाते है । महिला सी.एम.एस. की हालत तो और भी ज्यादा संव्रहृामक और भयानक है ये मरीजो के साथ साथ तिमारदारो कैम्पस के दुकानदारो से दस बीस रुपये तक वसूल लेती है । बीते दिन इसने कैम्पस मे गुमटी रखवाने का पैसा तक वसूल लिया था जिसकी शिकायत राज्यमंत्री शंखलाल माझी तक की गई थी मगर अखिलेश यादव की सरकार को उन्ही के जन प्रतिनिधि पलीता लगा रहे है ऐसे लापरवाहो को न तो निलम्बित किया जाता है न बर्खास्त किया जाता है ।
कैम्पस मे प्राईवेट वार्ड की शौचालय, पानी की टोटी, कमरे समेत सभी देख रेख के अभाव मे भूत बंगला बन चुके है । अस्पताल का लेवर रुम गांदगी और अस्पताली कचरे से भरा है जहां नवजात शिशुओ का प्रतिघंटे जन्म होता है और दुनिया में कदम रखते ही नवजात एक न एक बीमारी को दूध व पानी से पहले ग्रहण कर मातृ शिशु मृत्यु दर को बढा रहा है । अस्पताल मे चहुंओर अराजकतत्वो व घूस खोरी का रावण राज्य व्याप्त है ।
आये दिन चिकित्सको की लापरवाही से जच्चा बच्चा की मौत हो रही है मगर गैर जिम्मेदार सी.एम.एस. को तनिक भी परवाह नही है न ही प्रशासनन से लेकर शासन व सत्त्ता तक कोई सुनने वाला है सपा सरकार का भय व नियंत्रण पूर्ण तथा लखनउहृ व सैफई के अस्पताल तक सीमित हो चुका है जिले की जनता अपने नवजातो व प्रसूताओं की मृत्यु और स्वास्थय को लेकर पीडित है । जनता ने मुख्यमंत्री व मिस्टर क्लीन स्वास्थय मंत्री अहमद हसन से मांग की है कि जिला महिला अधीक्षिका को ईटावा या सैफई मे तैनाती देकर जनपद को मुक्ती दिलाया जायें ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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