- चिकित्सकों की सीधी भर्ती का प्रस्ताव
- चिकित्सकों को प्रति माह अपने कार्यों का विवरण देने पर ही वेतन मिलेगा-अहमद हसन
प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं को सुदृढ़ करने हेतु प्रदेश सरकार द्वारा कई महत्वपूर्ण कदम उठाये गये हैं। इसके अतिरिक्त चिकित्सालयांे एवं स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु 5500 नये डाक्टरों की भर्ती शीघ्र ही लोक सेवा आयोग के माध्यम से कराने हेतु प्रस्ताव आयोग को भेज दिया गया है। इसके अतिरिक्त प्रदेश सरकार द्वारा सीधे चिकित्सकों के आवेदन लेकर उनकी भर्ती कराने का प्रस्ताव है।
प्रदेश के चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अहमद हसन ने आज यहां बताया कि पैरा मेडिकल स्टाफ, नर्स, मिडवाईफ तथा अन्य कर्मचारियों के रिक्त पदों पर भर्ती शीघ्र की जायेगी। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए चिकित्सकों को प्रतिदिन देखे गये मरीजों अथवा किये गये आपरेशनों की सूचना प्रतिमाह की 05 तारीख तक नियंत्रक प्राधिकारी को तथा नियंत्रक प्राधिकारी द्वारा प्रत्येक माह की 10 तारीख तक महानिदेशक को भेजा जाना है। इस संबंध में 4 जुलाई 2013 को शासनादेश जारी कर दिया गया है।
श्री हसन ने कहा कि चिकित्सकों द्वारा ओ0पी0डी0 रजिस्टर एवं दैनिक डायरी को नियमित रूप से नहीं भरा जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इस कार्य की समीक्षा नहीं की जा रही है। कई चिकित्सक लम्बी अवधि तक अपनी तैनाती के स्थान से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहते हंै। इसके बावजूद उनकी अनधिकृत अनुपस्थिति के संबंध में अधिकारियों द्वारा सूचना नहीं दी जाती है।
श्री हसन ने कहा कि चिकित्सकों द्वारा सम्पादित किये जा रहे कार्यों की प्रभावी एवं नियमित समीक्षा किये जाने के उद्देश्य से एन0आर0एच0एम0 के अन्तर्गत अनुबन्ध पर कार्यरत समस्त चिकित्सक, जो कि विभिन्न चिकित्सा केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, अर्बन हेल्थ पोस्ट, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, जिला अस्पताल, जिला महिला चिकित्सालय एवं अन्य मण्डल/प्रदेश स्तरीय चिकित्सालयों व चिकित्सा केन्द्रों पर कार्यरत हैं, उन सभी चिकित्सकों द्वारा अनिवार्य रूप से निर्धारित प्रारूप पर अपनी दैनिक डायरी भरी जायेगी। जिस दिन चिकित्सकों के द्वारा आपरेशन किये जाते हैं उस तिथि को चिकित्सक द्वारा आपरेशनों का विवरण दैनिक डायरी में अंकित किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि चिकित्सकों द्वारा माह के दौरान देखे गये मरीजोें/किये गये कार्यों का विवरण प्रत्येक माह की 05 तारीख तक अपने नियंत्रक अधिकारी को प्रेषित किया जायेगा। विभागीय अधिकारियों द्वारा चिकित्सा केन्द्रों का निरीक्षण करते समय ओ0पी0डी0 रजिस्टर, ओ0टी0रजिस्टर व दैनिक डायरी का अवश्य अवलोकन किया जाय। निरीक्षण के दौरान यह पाया जाता है कि रजिस्टर में अंकित सूचना में भिन्नता है तो उसे गम्भीर कदाचार मानते हुए संबंधित चिकित्सक के विरूद्ध अनुशासनिक कार्यवाही की जायेगी। नियंत्रक अधिकारी द्वारा अपने अधीनस्थ कार्यरत चिकित्सकों के कार्यों का विवरण केन्द्रवार संकलित किया जायेगा। यदि किसी चिकित्सक द्वारा अथवा चिकित्सा केन्द्र पर किये गये कार्य की स्थिति संतोषजनक नहीं है, तो संबंधित नियंत्रक अधिकारी द्वारा उक्त समस्या के निराकरण हेतु वांछित प्रस्ताव महानिदेशक/शासन को प्रेषित किया जायेगा। यदि नियंत्रक अधिकारी द्वारा समीक्षा के दौरान यह पाया जाता है कि कोई चिकित्सक लम्बे समय से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित है तो संबंधित नियंत्रक अधिकारी द्वाराअनधिकृत रूप से अनुपस्थित चिकित्सक के विरूद्ध कार्यवाही हेतु अनुशासनिक कार्यवाही का प्रस्ताव व आरोप पत्र का आलेख महानिदेशक को प्रेषित किया जायेगा।
जिन चिकित्सकों द्वारा माह की 05 तारीख तक नियंत्रक अधिकारी को सूचना उपलब्ध नहीं करायी जायेगी ऐसे चिकित्सकों के विरूद्ध अनुशासनिक कार्यवाही संस्थित की जायेगी। नियंत्रक अधिकारी/आहरण वितरण अधिकारी का उत्तरदायित्व होगा कि यदि किसी चिकित्सक द्वारा माह में सम्पादित कार्यों के संबंध में सूचना समय से उपलब्ध नहीं करायी जाती है तो उस चिकित्सा अधिकारी का अगले माह का वेतन आहरित नहीं किया जाये। यदि नियंत्रक अधिकारी/आहरण वितरण अधिकारी द्वारा किसी ऐसे चिकित्सक का वेतन बिल बनाया जाता है व वेतन का आहरण किया जाता है, जिसके द्वारा अपने कार्य का विगत माह का मासिक विवरण प्रस्तुत नहीं किया गया है तो इसे वित्तीय अनियमितता माना जायेगा तथा इसके लिये संबंधित नियंत्रक अधिकारी व आहरण वितरण अधिकारी पूर्ण रूप से उत्तरदायी माने जायेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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