03 जुलाई।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी द्वारा कांग्रेस महासचिव एवं उ0प्र0 के प्रभारी श्री मधुसूदन मिस्त्री के बारे में की गयी अनर्गल बयानबाजी पर उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी ने कड़ी आपत्ति करते हुए सपा प्रवक्ता के बयान को झूठ का पुलिन्दा करार दिया है तथा इसे प्रदेश की जनता को गुमराह करने वाला बताया है।
प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता मारूफ खान ने आज यहां जारी बयान में कहा कि श्री मधुसूदन मिस्त्री कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है। श्री मिस्त्री वर्ष 2004 में कांग्रेस पार्टी से गुजरात में सांसद चुने गये थे। श्री मिस्त्री पर संघी होने का आरोप लगाना संकीर्ण मानसिकता का द्योतक है।
श्री खान ने कहा कि कंाग्रेस पार्टी का 125 वर्ष का स्वर्णिम इतिहास है और कंाग्रेस पार्टी ने देश की आजादी से पूर्व एवं देश आजाद होने के बाद कभी भी साम्प्रदायिक शक्तियों से हाथ नहीं मिलाया और सदैव साम्प्रदायिक शक्तियों से संघर्ष किया है। कंाग्रेस के नेताओं ने देश की एकता-अखंडता एवं धर्मनिरपेक्षता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है।
प्रवक्ता ने कहा कि एक ओर जहां कंाग्रेस पार्टी का साम्प्रदायिक ताकतों के विरूद्ध सदैव संघर्ष करने का इतिहास है वहीं प्रदेश की समाजवादी पार्टी ने समय-समय पर साम्प्रदायिक शक्तियों के साथ न सिर्फ हाथ मिलाया है बल्कि उ0प्र0 में इन साम्प्रदायिक ताकतों के साथ मिलकर सरकार भी बनायी है। इतना ही नहीं बाबरी ध्वंस के नायक रहे श्री कल्याण सिंह से मिलकर चुनाव लड़े एवं साक्षी महराज तथा संघ परिवार से जुड़े अन्य नेताओं को समाजवादी पार्टी में शामिल कर उन्हें पुरस्कृत करते हुए उच्च सदनों में भेजने का काम किया है।
श्री खान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा में 2 सीटों से 89 सीटों पर पहुंचाने का श्रेय किसको जाता है? वर्ष 2002 के गुजरात चुनाव में अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों मंे समाजवादी पार्टी द्वारा प्रत्याशी खड़ा करके पूर्ण बहुमत के साथ श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार बनवाने का श्रेय किसको जाता है? पीलीभीत से सांसद श्री वरूण गांधी के खिलाफ साम्प्रदायिकता फैलाने के मुकदमें में कोर्ट से बरी कराने का श्रेय किसे जाता है? श्री राजेन्द्र चैधरी जी को याद होना चाहिए कि समाजवादी पार्टी के मुखिया सहित अन्य नेताओं द्वारा समय-समय पर भारतीय जनता पार्टी एवं आरएसएस से जुड़े शीर्ष नेताओं की तारीफ की जाती रही है। कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाने से पहले सपा नेताओं को अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए।
प्रवक्ता ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि कई मौकों पर समाजवादी पार्टी ने भाजपा और आरएसएस के साथ मिलकर साम्प्रदायिक ताकतों का साथ दिया है। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता द्वारा दिया गया यह बयान आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश की जनता को एक बार फिर गुमराह करने का प्रयास है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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