- उत्तराखण्ड में आई भारी तबाही से सीख लेनी चाहिए
- पर्यावरण की महत्ता को समझते हुए फलदार एवं बड़े वृक्षों के रोपण की शुरुआत आदरणीय नेताजी ने ही की थी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रदेश में इस वर्ष लगभग 04 करोड़ से अधिक पेड़ लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने वन विभाग को निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश देते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में आई भारी तबाही से सीख लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वृक्षों से ही पर्यावरण की रक्षा हो सकती है। उन्होंने हर हाल में पर्यावरण की रक्षा करने का आग्रह करते हुए कहा कि वृक्षारोपण में जन-सहभागिता अत्यन्त आवश्यक है।
मुख्यमंत्री आज यहां पारा में आयोजित वन महोत्सव-2013 के शुभारम्भ के अवसर पर शारदा नहर पटरी भूमि लखनऊ में विशेष वृक्षारोपण अभियान के तहत 50 एकड़ भूमि पर वृक्षारोपण की शुरुआत के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की महत्ता को समझते हुए फलदार एवं बड़े वृक्षों के रोपण की शुरुआत आदरणीय नेताजी ने ही की थी। जबकि पिछली राज्य सरकार ने वृक्षारोपण पर कोई ध्यान नहीं दिया और न ही फलदार एवं अच्छे वृक्ष लगाने के प्रयास किये गये। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल में यदि कहीं वृक्षारोपण हुआ भी तो बबूल और खजूर के पेड़ लगाए गए, जिसके माध्यम से काफी बड़ा भ्रष्टाचार किया गया।
मुख्यमंत्री ने लोगों से ग्लोबल वार्मिंग के प्रति सचेत होने का आग्रह करते हुए कहा कि वर्तमान राज्य सरकार प्रदेश में वृक्षारोपण का रकबा बढ़ाने के लिए गम्भीरता से प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार बड़े एवं परम्परागत वृक्षों को लगाने पर जोर दे रही है, जिससे कि अधिक से अधिक पौधे वृक्ष बन सकें। उन्होंने जोर देकर कहा कि विभाग का कार्य वृक्षारोपण पर ही नहीं समाप्त हो जाता है, वरन पेड़ों के स्वस्थ व परिपक्व होने तक चलता रहना चाहिए। यदि विभाग द्वारा अच्छी देखरेख की जाए तो अधिकांश पौधे वृक्ष के रूप में परिवर्तित हो जाते हैं और इनके नष्ट होने की आशंका बहुत कम रह जाती है। उन्होंने मैनपुरी का उदाहरण देते हुए कहा है कि विपरीत मौसम में वहां 22 हजार पेड़ रोपित किए गये थे, जिसमें लगभग सभी मौजूद हैं और बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इटावा सहित प्रदेश के सभी जनपदों में एक ही स्थान पर अधिक वृक्ष लगाने का प्रयास किया जायेगा ताकि उनकी सुरक्षा एवं सत्यापन आसानी से सम्भव हो सके।
इस मौके पर जन्तु एवं उद्यान राज्य मंत्री डाॅ0 एस0पी0 यादव ने कहा कि प्रदेश में मात्र 09 फीसदी भूमि पर ही वन अवस्थित हैं, जबकि राष्ट्रीय औसत 21 फीसदी है। उन्होंने वृक्षारोपण अभियान में आम जनता से सहयोग की अपेक्षा करते हुए कहा कि विश्व के कई देशों में अधिकांश वृक्षारोपण नागरिकों द्वारा निजी स्तर पर ही किया जाता है।
इस मौके पर प्रमुख सचिव वन श्री वी0एन0 गर्ग ने कहा कि वन विभाग द्वारा विभिन्न प्रजातियों जैसे-शीशम, नीम, गुलमोहर, आम, बरगद, पीपल, पाकड़, इमली, बेल, महुआ, कनकचम्पा, कदम्ब, कंजी, फाइकस, अर्जुन, गुटेल एवं जामुन सहित अन्य प्रजातियों को स्थानीय मिट्टी एवं जलवायु को ध्यान में रखते हुए लगाया जाएगा।
कार्यक्रम में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्री अभिषेक मिश्रा, सांसद श्रीमती सुशीला सरोज, विधायक श्री शारदा प्रताप शुक्ला, श्रीमती चन्द्रा रावत, श्री मो0 रेहान, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री विजय यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री राकेश गर्ग, प्रमुख वन संरक्षक श्री जे0एस0अस्थाना एवं अधिकारी आदि उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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