सरदार बल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा स्थापित किये जाने का विरोध करने पर अपना दल की राष्ट्रीय महासचिव व विधायक अनुप्रिया पटेल की आलोचना करते हुए शिवाजी वाहिनी के अध्यक्ष दिलीप साहू ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री व भाजपा चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र मोदी एवं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व उ0प्र0 प्रभारी अमित शाह द्वारा देश के किसानों से लोहा मांगकर गुजरात में लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की सबसे ऊँची 182 मी0 की प्रतिमा स्थापित करने का आवाह्न किया है तो अपना दल की राष्ट्रीय महासचिव अनुप्रिया पटेल को इसका स्वागत करना चाहिए न कि विरोध? श्री साहू ने अनुप्रिया पटेल पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस मुद्दे को लेकर वह अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेकने का कार्य कर रही हैं, उनको अपनी इस घिनौनी हरकतों से बाज आना चाहिए।
शिवाजी वाहिनी के अध्यक्ष दिलीप साहू ने कहा कि अनुप्रिया पटेल यह मान रही हैं कि सरदार पटेल राष्ट्रवादी नेता थे तो उनको यह भी मालूम होना चाहिए कि राष्ट्र से प्रेम करने वाला ही राष्ट्रवादी होता है और हिन्दुत्ववादी ही राष्ट्रवादी होते हैं।
श्री साहू ने आगे कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल अपना दल की बपौती नही हैं, जो वह सरदार पटेल की प्रतिमा स्थापित करने व उनका नाम लेने का विरोध करेंगी। बल्कि सरदार पटेल समस्त राष्ट्रवादियों के आदर्श पुरुष हैं उनको किसी भी जाति व दल से बांधना ओछी मानसिकता का प्रमाण है। अनुप्रिया पटेल को यह मालूम होना चाहिए कि अगर सरदार पटेल न होते तो आज हैदराबाद निजाम हिन्दुस्तान में न होकर दूसरा पाकिस्तान बना होता और हिन्दुस्तान कई टुकड़ों में बँटा होता यह सरदार पटेल की राष्ट्रवादी सोच का ही नतीजा था जो हिन्दुस्तान के अन्य टुकड़े नहीं हो पाए इसलिए देश का प्रत्येक राष्ट्रवादी व्यक्ति सरदार बल्लभ भाई पटेल को श्रद्धापूर्वक उनका सम्मान करता है और उनको लौह पुरुष के रूप में याद करता है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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