राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे ने इलाहाबाद में बारा थाने के थानाध्यक्ष श्री आर0पी0 द्विवेदी की बदमाषों द्वारा की गयी हत्या पर गहरा शोक व्यक्त करते हुये कहा है कि उ0प्र0 में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की लगातार हो रही हत्याओं से यह साबित हो गया है कि प्रदेष में अपराधियों के मन से पुलिस का इकबाल खत्म हो गया है।
श्री दुबे ने आज जारी बयान में कहा है कि यदि सरकार ने कुण्डा में सी0ओ0 जियाउल हक और सहारनपुर में सी0ओ0 की मौजूदगी में हुयी गनर की हत्या से सबक लिया होता तो इलाहाबाद में थानाध्यक्ष की अपराधियों द्वारा हत्या न हो पाती। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है। पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों पर लगातार हमले हो रहे हैं। अपराधियों के मन से पुलिस भय पूर्णतया समाप्त हो चुका है। सरकार के मंत्री, विधायक, और वरिष्ठ नेता आये दिन पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को धमका रहे हैं जिससे पुलिस का मनोबल गिरा है और गिरे मनोबल से कानून एवं व्यवस्था की स्थिति में सुधार सम्भव नहीं है।
श्री दुबे ने प्रदेष सरकार द्वारा अपराधियों द्वारा मारे गये थानाध्यक्ष के परिजनों को आथिक सहायता व आश्रितों को नौकरी न दिये जाने की घोषणा अब तक न करने की निन्दा करते हुये कहा है कि श्री द्विवेदी के परिजनों को आर्थिक सहायता और नौकरी देने की घोषणा सरकार तत्काल करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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