उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री श्री अवधेश प्रसाद ने कहा है कि छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाली शैक्षिक संस्थाओं को चिन्हित कर उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि अधिकारी सुनिश्चित करें कि छात्रवृत्ति और फीस प्रतिपूर्ति का लाभ निर्धारित समय अवधि के भीतर पात्र छात्रों को मिले। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति शुल्क प्रतिपूर्ति के वितरण में किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने निःशुल्क बोरिंग योजना व आश्रम पद्धति विद्यालयों के संचालन में पूरी पारदर्शिता बरतने के निर्देश दिये।
श्री अवधेश प्रसाद आज यहां छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति के सम्बन्ध में कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शासन की स्पष्ट मंशा है कि समाज कल्याण विभाग को पूरी तरह से भ्रष्टाचार मुक्त बनाया जाये। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति व फीस प्रतिपूर्ति के लिए कतिपय संस्थाओं द्वारा किये जा रहे फर्जीवाड़े को चिन्हित कर, ऐसी संस्थाओं के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति व फीस प्रतिपूर्ति के वितरण में सभी विभागों के अधिकारियों का दायित्व भी निर्धारित किया जाये। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति के छात्रों की फीस प्रतिपूर्ति को लेकर मिलने वाली शिकायतों को पूरी तरह गम्भीरता से लें। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप शुल्क प्रतिपूर्ति की धनराशि छात्रों के खाते में ही जाये, इसके लिए भी पुख्ता व्यवस्था की जाये।
समाज कल्याण मंत्री ने कहा कि अधिकारी सुनिश्चित करें कि निःशुल्क बोरिंग योजना का लाभ पूरी तरह से पात्र लोगों को मिले। इसके लिए योजना में पूरी पारदर्शिता बरती जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि आश्रम पद्धति विद्यालयों की प्रवेश प्रक्रिया का निर्धारण समयबद्ध रूप में करें। उन्होंने कहा कि इन विद्यालयों में शिक्षकों की किसी भी स्तर पर कमी न रहने पाये।
बैठक में प्रमुख सचिव समाज कल्याण श्री संजीव दुबे, सचिव समाज कल्याण, निदेशक समाज कल्याण सहित शासन के सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com