08 जून, 2013
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी ने निर्देश दिए हैं वर्तमान वित्तीय वर्ष में चिन्हित 3558 ऐसी बसावटों को जिनकी आबादी 500 या उससे अधिक की आबादी हो तथा जो प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पी0एम0जी0एस0वाई0) से आच्छादित नहीं है, को सम्पर्क मार्गाें से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि ऐसी बसावटों मंे से 156 बसावट गन्ना विभाग द्वारा,
739 बसावट मण्डी परिषद द्वारा, 724 बसावट पंचायतीराज विभाग द्वारा तथा 1939 बसावटों को लोक निर्माण विभाग द्वारा जोड़ा जाना है। उन्हांेने कहा कि इन सम्पर्क मार्गाें का कार्य निर्धारित मानकों एवं गुणवत्ता के साथ आगामी 31 मार्च, 2014 तक हर हाल में पूर्ण कराना होगा। उन्होंने इस कार्य हेतु वरिष्ठ अधिकारियों को उत्तरदायी बनाते हुए निर्देश दिए कि सम्पर्क मार्ग के कार्याें का नियमित स्थलीय निरीक्षण अवश्य कर समय से कार्य पूर्ण कराना होगा। उन्होेंने यह भी निर्देश दिए कि प्रदेश के समस्त जिला मुख्यालयों को चारलेन मार्गांे से जोड़ने की कार्य योजना को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित कराया जाए। उन्हांेने कहा कि
30 जनपदों के जिला मुख्यालयों को जोड़ने के उपरान्त शेष 45 जनपदों के जिला मुख्यालयों को आगामी वर्षाें मंे जोड़ने हेतु 14 जनपदों को जोड़ने हेतु स्वीकृतियां निर्गत की जा चुकी हैं तथा शेष 31 जनपदांे में से 05 जनपदों की स्वीकृतियां आगामी एक के अन्दर निर्गत कर दी जाए। उन्होंने कहा कि शेष
26 जनपदों में से 14 जनपदांे के जनपद मुख्यालय को चारलेन मार्ग से जोड़ने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, 07 जनपद के जनपद मुख्यालयों को उपशा तथा 05 जनपदों के जनपद मुख्यालयों को लोक निर्माण विभाग द्वारा चारलेन से जोड़ने की कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जाए।
मुख्य सचिव श्री उस्मानी आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में विकास एजेन्डा के अन्तर्गत लोक निर्माण विभाग के कार्याें की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि आगामी दो वर्षाें मंे ऐसी 6221 अनजुड़ी बसावटों को सम्पर्क मार्ग से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं। उन्होंने कहा कि इन बसावटों को सम्पर्क मार्ग से जोड़ने के उपरान्त प्रदेश में 500 अथवा उससे अधिक आबादी की समस्त बसावटे सम्पर्क मार्गाें से जुड़ जाएंगी।
प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग, डाॅ0 रजनीश दुबे ने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष मंे चिन्हित 3558 बसावटों के सापेक्ष 1411 बसावटों की स्वीकृतियां निर्गत की जा चुकी हैं। जिसमें से 1036 बसावटों की स्वीकृतियां लोक निर्माण विभाग द्वारा 352 मण्डी परिषद द्वारा, 22 पंचायतीराज विभाग द्वारा तथा
01 बसावट की स्वीकृति गन्ना विभाग द्वारा निर्गत हो जाने के फलस्वरूप
174 बसावटों सम्पर्क मार्ग से जोड़ दिया गया है जिसमें लोक निर्माण विभाग द्वारा 172 बसावटों को सम्पर्क मार्ग से जोड़ा गया है। उन्हांेने बताया कि शीघ्र ही अवशेष 2147 बसावटों के सम्पर्क मार्गांे की स्वीकृतियां निर्गत की जानी है जिनमें से लोक निर्माण विभाग को 903, गन्ना विभाग को 155, मण्डी परिषद को 387 तथा पंचायतीराज विभाग को 702 बसावटों को सम्पर्क मार्ग से जोड़ने हेतु स्वीकृति निर्गत की जानी है।
बैठक में सचिव कार्यक्रम क्रियान्वयन श्री भुवनेश कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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