रायबरेली के विधायक एवं कृषि राज्यमंत्री सहित तीन अन्य सपा विधायकों को आज लोकायुक्त द्वारा सम्मन जारी किये जाने से समाजवादी पार्टी सरकार पर कांग्रेस पार्टी द्वारा लगाये जा रहे भ्रष्टाचार के आरोपों की पुष्टि हो गयी है।
प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता मारूफ खान ने आज यहां जारी बयान में कहा कि वैसे तो समाजवादी पार्टी के मंत्रियों और विधायकों द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार की परत तो सरकार बनने के कुछ ही दिन बाद खुलनी शुरू हो गयी थी और वह सिलसिला लगातार जारी है। जहां एक ओर राजधानी लखनऊ में राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त एक सपा नेता ने अवैध सरकारी जमीन कब्जाने को लेकर मीडियाकर्मी तक से मारपीट की और उन्हें मंत्री पद गंवाना पड़ा। बस्ती में एक राज्यमंत्री के पशु तस्करों से सांठगांठ के आरोप के चलते मंत्री पद गंवाना पड़ा। प्रतापगढ़ के एक मंत्री को अनैतिक बयानबाजी के चलते मंत्री पद छोड़ना पड़ा और अब रायबरेली के एक राज्यमंत्री सहित चार विधायकों द्वारा एक प्रतिबंधित फर्जी संस्था को कार्य आवंटित किये जाने के भ्रष्टाचार के प्रकरण के खुलासे एवं लोकायुक्त द्वारा पूछताछ के लिए सम्मन जारी करने से यह साफ हो गया है कि समाजवादी पार्टी सरकार पूरी तरह भ्रष्टाचार में संलिप्त है।
प्रवक्ता ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि लोकायुक्त द्वारा आज जिन चार सपा विधायकों(एक राज्यमंत्री सहित) के विरूद्ध नोटिस जारी की गयी है उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही करें एवं नैतिकता के आधार पर उक्त मंत्री को तत्काल बर्खास्त करें ताकि भ्रष्टाचार से जुड़े इस गंभीर मामले की निष्पक्ष जांच हो सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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