31 मई, 2013
बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के स्थानान्तरण, प्रोन्नति, समायोजन व कार्यमुक्ति के मामले में शिक्षकों को धन उगाही से मुक्ति दिलाने के लिए बेसिक शिक्षा मंत्री श्री राम गोविन्द चैधरी ने अभिनव पहल की है तथा आम लोगों से भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों के संबंध में शिकायत उन तक पहुंचाने का अनुरोध भी उन्होंने किया है।
बेसिक शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों के जनपदीय व अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण, प्रोन्नति व कार्यमुक्ति के मामले में पूर्ण पारदर्शिता बरतने व निहित स्वार्थपूर्ति को लेकर मामले को विलम्बित करने की कुप्रवृत्ति पर पूर्ण अंकुश लगाने का निर्देश दिया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि स्थानान्तरण, प्रोन्नति, कार्यमुक्ति के मामले में किसी प्रकार की लापरवाही अक्षम्य होगी तथा धन उगाही को लेकर सामने आने वाले प्रकरणों में कठोरतम अनुशासनिक कार्यवाही के साथ ही भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत भी नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।
श्री चैधरी ने आम लोगों से अपील की है कि विभाग में किसी अधिकारी या क्लर्क के स्तर से धनउगाही हेतु प्रताडि़त करने का मामला यदि उनकी जानकारी में आ रहा है तो वह उनके कार्यालय में फोन नं0-0522-2238067 पर उसकी शिकायत पंजीकृत करायें, ताकि दोषीजनों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही की जा सके। उन्होंने प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा को निर्देश दिया है कि वह महकमे के विभिन्न संवर्गों के अधिकारियों व कर्मचारियों के किये गये स्थानान्तरण की शासन स्तर पर समीक्षा व जांच करायें कि स्थानान्तरण शासन की मंशा के विपरीत व नियमों को दरकिनार कर तो नहीं हुए हैं। उन्होंने यह भी जांच करने का निर्देश दिया है कि स्थानान्तरण में पात्रों को निहित स्वार्थवश स्थानान्तरण से मुक्त तो नहीं रखा गया है।
श्री चैधरी ने प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा को ऐसे प्रकरण की भी शासन स्तर से जांच कराने के निर्देश दिये हैं, जिससे पिछले स्थानान्तरण सत्र में स्थानान्तरण के सापेक्ष शिक्षक ने कार्यभार ग्रहण किया हो, परन्तु अवैध स्वार्थलिप्ता के कारण वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा हो। उन्होंने इसके साथ ही शिक्षकों का आह्वान किया है कि वे अपने स्तर से भी भ्रष्टाचार को हतोत्साहित करें तथा किसी भी स्थिति में विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों को अपने कार्य को कराने के लिए घूस न दे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com