30..05.2013
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि कांग्रेस नेताओं में इधर मुस्लिमो के प्रति कुछ ज्यादा ही प्रेम उमड़ता नजर आ रहा है तो भाजपा की ओर सेे मुस्लिमों की खिलाफत में अचानक तेजी दिखाई दे रही है। लोकसभा चुनाव कभी भी हो सकते हैं इस आशंका से डरे केन्द्रीय मंत्री उत्तर प्रदेश में आए दिन चक्कर लगाने लगे है। भाजपा नेताओं को हर मुसलमान आतंकी लगने लगा है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार की फर्जी कमजोरियां गिनाने में दोनों दल होड़ लगाए हुए हैं। लेकिन प्रदेश का मुस्लिम समुदाय इन सबके धोखे में आनेवाला नहीं है।
अभी गत दिवस केन्द्रीय अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री लखनऊ तशरीफ लाए और उन्होने तमाम कागजी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होने बताया कि सच्चर कमेटी की सिफारिशें भी अब बस थोड़ी ही अमल में आने से बची हैं। श्री मुलायम सिंह यादव संसद में बार-बार सच्चर कमेटी और रंगनाथ मिश्र आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग उठाते रहे हैं। श्री यादव ने केन्द्र सरकार को इस बात पर भी कई बार टोका है कि जब कांग्रेस ने ही उक्त दोनों कमेटियां बनाई है तो फिर उनकी सिफारिशें ठंडे बस्ते में क्यों पड़ी हैं?
आजादी के 66 वर्षो में कांग्रेस केन्द्र में 50 वर्षो तक सत्ता में रही है। उसके कार्यकाल में ही मुस्लिमों की दशा सच्चर कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार दलितों से बदतर हो गई है। मुस्लिमों के लिए कांग्रेस अब घडि़याली आंसू बहा रही है जबकि उनकी बदहाली के लिए वही जिम्मेदार है। कांग्रेस हमेशा मुस्लिमों को वोट बैंक मानती रही है। सांप्रदायिक दंगों में सबसे ज्यादा क्षति मुसलमानों की होती है। श्री मुलायम सिंह यादव ने बाबरी मस्जिद को बचाने के लिए अपनी राजनीति दांव पर लगा दी थी जबकि कांग्रेस की दिल्ली में सरकार के रहते उत्तर प्रदेश में भाजपा के नेताओं ने बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कराने का काम किया।
कांग्रेस और भाजपा की नूराकुश्ती से अब देश की जनता वाकिफ हो गई है। भ्रष्टाचार, मंहगाई और घोटालों से जनता का ध्यान हटाने के लिए संसद की कार्यवाही नहीं चलने दी गई क्योंकि तब बड़े-बड़ों का पर्दाफाश हो जाता। भाजपा इस मामले को सांप्रदायिक रंग देकर कांग्रेस का ही साथ देती है। दोनों की मंशा मुस्लिमों को आरक्षण के लाभ से वंचित रखने की है।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ही मुस्लिम हितों के लिए प्रतिबद्ध है। उर्दू भाषा को रोजी रोटी से जोड़ने का काम समाजवादी पार्टी ने किया है। मुस्लिमो को नौकरियों में तरजीह देने के साथ उनकी बेटियों को 30 हजार रूपए का अनुदान, कब्रिस्तानों की सुरक्षा, मुफ्त कोचिंग और हास्टल सुविधा देने का काम भी समाजवादी पार्टी सरकार ने किया है। समाजवादी पार्टी सरकार में 18 प्रतिशत विकास की योजनाएं मुस्लिमो के लिए रहेगी। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव मुस्लिम समाज को आरक्षण देने के लिए संविधान संशोधन के पक्ष में है। मुस्लिम समाज इस बात पर जरूर गौर करेगा कि कांग्रेस और भाजपा मिलकर उनके खिलाफ कौन सा नया दांव चलनेवाली हैं। समाजवादी पार्टी का रूख साफ हैं वह मुस्लिमों के हितों पर कभी आंच नहीं आने देगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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