- वायु सेवा से व्यापार एवं अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ प्रदेश के सुदूर स्थानों तक पर्यटकों को आसानी से आवागमन हेतु सुविधा उपलब्ध होगी: आलोक रंजन
- झांसी, आगरा, वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर, बरेली, मेरठ, इलाहाबाद, लखनऊ आदि नगरों को आपस में तथा अन्य पर्यटन केन्द्रों व खजुराहो आदि से जोड़ा जा सकेगा: मुख्य सचिव
27 मई, 2013
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लघु हवाई सेवा उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे प्रदेश के विभिन्न भागों में स्थित स्थलों पर आसानी से पर्यटकों का आवागमन हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश के आकार को देखते हुए इस प्रकार की लघु वायु सेवा से व्यापार एवं अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा तथा प्रदेश के सुदूर स्थानों तक पर्यटकों को आसानी से आवागमन हेतु सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि यह सेवा बुद्धिस्ट सर्किट पर आने वाले पर्यटकों के लिए विशेष लाभकारी ही नहीं होगी, बल्कि झांसी, आगरा, वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर, बरेली, मेरठ, इलाहाबाद, लखनऊ आदि नगरों को आपस में तथा अन्य पर्यटन केन्द्रों को खजुराहो आदि से जोड़ा जा सकेगा।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय के सभागार में प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लघु वायु सेवा संचालित किए जाने के सम्बन्ध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अन्य प्रदेशों की भांति उत्तर प्रदेश में भी पर्यटकों को लघु वायु सेवा उपलब्ध कराने हेतु कार्य योजना यथाशीघ्र बनाई जाएगी, जिसका नोडल अधिकारी पर्यटन विभाग को नामित किया जाएगा।
श्री रंजन ने कहा कि लघु वायु सेवा संचालित करने के सम्बन्ध में वायु सेवा प्रदाता के चयन की प्रक्रिया, शर्तें एवं आधार आदि निर्धारित करने तथा चयन की कार्यवाही करने हेतु प्रमुख सचिव पर्यटन की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें पर्यटन, नागरिक उड्डयन, वित्त नियोजन, न्याय एवं औद्योगिक विकास आदि विभागांे के सचिव/प्रमुख अथवा उनके प्रतिनिधि सचिव को सम्मिलित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में वायु सेवा के विस्तार एवं यातायात की आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुए हवाई सेवा संचालित किए जाने हेतु प्रदेश के 14 रूट का चयन किए जाने पर विचार किया जाएगा, जिसमें मेरठ-इलाहाबाद, लखनऊ-मेरठ, वाराणसी-आगरा, आगरा-इलाहाबाद, वाराणसी-कुशीनगर, लखनऊ-कुशीनगर, वाराणसी-चित्रकूट, लखनऊ-चित्रकूट, आगरा-चित्रकूट, आगरा-कानपुर, लखनऊ-आगरा, मेरठ-कानपुर, बरेली-इलाहाबाद, लखनऊ-वाराणसी तथा लखनऊ-इलाहाबाद वायु मार्ग हो सकते हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव पर्यटन श्री राकेश बहादुर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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