23 मई, 2013
उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद किसानों के हित में नये-नये बीज कृषि की नई तकनीक की खोज करें। मुख्यमंत्री एवं केंद्र सरकार के माध्यम से कृषि अनुसंधान परिषद की आर्थिक दिक्कतों को दूर किया जायेगा। कृषि अनुसंधान परिषद यद्यपि सीमित संसाधनों में कार्य कर रही हैं, लेकिन प्रदेश के किसानों के लिए कृषि वैज्ञानिकों की सलाह महत्वपूर्ण है।
उत्तर प्रदेश, कृषि अनुसंधान परिषद के नव नियुक्त अध्यक्ष श्री प्रकाश राय उर्फ लल्लन राय ने आज यहां यह विचार किसान मण्डी भवन स्थित उपकार के सभागार में प्रेसवार्ता के दौरान अपने उद्बोधन में रखे। उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे किसानों की सेवा के लिए जो अवसर प्रदान किया उसके लिए मैं आभारी हूं एवं मैं सदा अपने दायित्वों को पूरा करूँगा। उन्होंने कहा कि किसानों के जीवन स्तर में सुधार, उनकी आय में वृद्धि के लिए, मैं कृषि अनुसंधान परिषद के महा निदेशक के साथ मिल कर परिषद की दिक्कतों को दूर करने का एवं प्रगति के कार्यों को आगे बढ़ाने में सदा सहयोग प्रदान करूंगा।
श्री प्रकाश राय ने बताया कि उनका सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन संघर्षपूर्ण रहा है। उन्होंने बताया कि वे वर्ष 1978 में इलाहाबाद छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे। 1980 में वे युवा लोकदल के प्रदेश सचिव रहे एवं इसी वर्ष से समाजवादी पार्टी की नीतियों एवं रीतियों पर अनवरत कार्यरत हूं। उन्होंने कहा कि उन्होंने समाजवादी पार्टी के कई पदों पर कार्य किया। उन्होंने बताया कि वे 1990 के बाद समाजवादी पार्टी वे सचिव पद पद पर प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2002 में उन्होंने वाराणसी, गंगापुर विधान सभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ा।
इस अवसर पर परिषद के महानिदेशक श्री राजेन्द्र कुमार ने कहा कि वे वैज्ञानिक हैं एवं कर्म पर विश्वास करते हैं, उनका मुख्य उद्देश्य परिषद को उसकी कमजोर स्थिति से उबार कर उसे खड़ा कर देना है। उन्होंने सभी को परिषद की कार्य प्रणाली के बारे में विस्तार से परिचित कराया। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष के आने से अब हम और अच्छा कार्य कर पायंेगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि करीब डेढ़ या दो वर्षों में परिषद मजबूत संस्था के रूप में उभर कर आयेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com