- गुणवत्तायुक्त पुस्तकें ही मदरसों को उपलब्ध करायी जायें -आजम खाँ
23 मई, 2013
उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद आजम खाँ ने कहा है कि मदरसों के आधुनिकीकरण योजना के तहत संचालित बुक बैंक के लिये जो भी पुस्तकें उपलब्ध करायी जा रही हैं उनकी गुणवत्ता का हर दृष्टि से परीक्षण किया जाये और केवल गुणवत्ता के विभिन्न पैमानों पर खरी उतरने वाली पुस्तकें व साइंस-मैथ्स किट्स ही मदरसों को दी जायें। उन्होंने कहा कि इस परीक्षण में न केवल पुस्तकों के कागज व प्रिटिंग पर ध्यान दिया जाये बल्कि इस बात पर भी पूरी नजर रखी जाये कि पुस्तक में शामिल सामग्री किसी भी तरह से आपत्तिजनक न हो और हिन्दी ऐसी दुरुह न हो कि मदरसों के छात्र-छात्रायें समझ न सकें।
श्री खाँ आज यहाँ विधान भवन में बुक बैंक के तहत मदरसों को दी जा रही पुस्तकों व साइंस-मैथ्स किट्स की गुणवत्ता की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में अल्पसंख्यक कल्याण सचिव श्रीमती लीना जौहरी, बेसिक शिक्षा के विशेष सचिव, राज्य शैक्षिक एवं प्रशिक्षण परिषद के अधिकारी, मैनेजर्स वेलफेअर ऐसोशिएशन के प्रेसीडेंट, माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव, विशेष कार्याधिकारी, पुस्तकालय व मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार श्री आई0ए0 मसूदी मौजूद थे।
श्री आजम खाँ ने कहा कि किताबों की सामग्री गलत व भ्रामक नहीं होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि बच्चे के मन पर एक बार जो छाप पड़ जाती है वह फिर हमेशा बनी रहती है। इसलिये गलत, भ्रामक व आपत्तिजनक सामग्री को इन पुस्तकों में शामिल न किया जाये और इस तरह की पुस्तकंे स्कूलों, मदरसों व इनके बुक बैकों में वितरित न की जाये। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी व सहायता प्राप्त विद्यालयों के कक्षा-1 से 8 तक के बच्चों को निःशुल्क दी जाने वाली पुस्तकों, खासकर उर्दू माध्यम के छात्र छात्राओं को उर्दू में अनूदित की गयी पुस्तकों का भी श्री खाँ ने अवलोकन किया। उन्होंने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे इनकी गुणवत्ता खासकर अनुवाद की गुणवत्त्ता में सुधार लायें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com