22 मई, 2013
उ0प्र0 सरकार द्वारा निजी क्षेत्र के औद्योगिक प्रतिष्ठानों की आवश्यकतानुसार स्किल डेवेलपमेंट किये जाने हेेतु आज यहां ब्रिटिश हाई कमीशन के तत्वाधान में एक कार्यशाला होटल वेस्ट वैस्टर्न प्लस लेवाना में आयोजित की गयी। इस कार्यशाला में औद्योगिक इकाइयों की आवश्यकतानुसार 15 से 35 वर्ष के युवाओं को कम्युनिटी कालेज स्कीम के अन्तर्गत तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करने पर विचार-विमर्श किया गया। यह कार्यशाला सी0आई0आई0-पी0एच0डी0सी0सी0आई0 के सहयोग से की गयी, जिसके अन्तर्गत विशेषकर ऐसे युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रेरित किया जायेगा जो अपनी स्कूली शिक्षा को बीच में छोड़ चुके हैं तथा वह औद्योगिक प्रशिक्षण प्राप्त कर तकनीकी मानव संसाधन के रूप में प्रतिष्ठानों में अपना योगदान देने में समर्थ हो सकें।
यह कार्यशाला उ0प्र0 सरकार, भारत के औद्योगिक संस्थान एवं यू0के0 संगठन के सहयोग से 15-35 वर्ष की आयु के युवाओं के तकनीकी विकास द्वारा औद्योगिक कार्यो में अधिक से अधिक योगदान देने हेतु तथा स्वरोजगार प्रेरित करने के उद्देश्य से आयोजित की गयी, जो कि भारत तथा यू0के0 के बीच द्विपक्षीय सम्बन्धों को और अधिक मजबूत करने की दिशा में एक सराहनीय कदम होगा।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए प्रमुख सचिव, श्री राजीव कपूर ने कहा कि इस कार्यशाला के अन्तर्गत युवाओं को कम्युनिटी कालेज स्कीम के तहत प्रशिक्षित कर समाज की मुख्य धारा से जोड़ने, उन्हें तकनीकी शिक्षा प्रदान करने तथा स्वरोजगार के माध्यम से समाज में योगदान देने, औद्योगिक इकाइयों में तकनीशियन के रूप में कार्य कर, रोजगार प्राप्त करने में सफलता मिलेगी। उ0प्र0 शासन का मुख्य उद्देश्य 15-35 वर्ष के लगभग 2.5 मिलियन युवाओं को औद्योगिक प्रतिष्ठानों के कार्याे के अनुरूप तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान कर औद्योगिक इकाइयों में रोजगार दिलाने का है। कार्यशाला का उद्देश्य मुख्य रूप से ऐसे युवा छात्र, जो अगले चार वर्षो में अपनी स्कूली शिक्षा बीच में छोड़ देते हैं, को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार प्राप्त करने, स्वरोजगार के अवसर प्राप्त करने हेतु प्रेरित करने का है।
इस सम्बन्ध में प्रमुख सचिव, प्राविधिक एवं व्यावसायिक शिक्षा, श्री मंजीत सिंह ने कहा कि प्रदेश में स्थित राजकीय पालीटेक्निक संस्थाओं में कम्युनिटी कालेज स्कीम चलाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह संस्थान पूर्व से चल रहे पालीटेक्निक संस्थाओं से भिन्न होंगे, जिसमें युवाओं को किसी निश्चित तकनीकी विषय हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा जो कि इन संस्थानों में दी जाने वाली शिक्षा का मुख्य घटक होगा तथा पाठ्यचर्या का निर्माण इस प्रकार से किया जायेगा कि युवा स्वेच्छानुसार अपनी सामान्य शिक्षा की मुख्य धारा से तकनीकी शिक्षा की ओर प्रेरित हो सकेगा तथा प्रशिक्षित होकर औद्योगिक कार्यो में अपना योगदान देगा।
ब्रिटिश हाई कमीशन के श्री एन्ड्रयू जैक्सन, काउंसलर नालेज एकोनाॅमी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि तकनीकी कौशल विकास भारत तथा यू0के0 बीच द्विपक्षीय सम्बन्धों को मजबूती प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है। जनवरी, 2013 में ब्रिटिश सरकार के मंत्री ने भारत आगमन पर कहा था कि विश्व में तकनीकी कौशल विकास द्वारा परस्पर सम्बन्धों को मजबूती प्रदान की जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि हम परस्पर सहयोग एवं सहभागिता से तकनीकी विकास के क्षेत्र में काम करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं तथा भारत के उ0प्र0 जैसे राज्य में यू0के0 की सहभागिता से संयुक्त तकनीकी प्रशिक्षण संस्थानों के निर्माण करने, व्यावसायिक सहभागिता, नियोक्ता के रूप में कार्य करने की सम्भावनाओं को देखते हैं तथा विश्वस्तरीय तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रमों को संचालित करने वाली संस्थाओं का निर्माण करने हेतु सदैव तत्पर रहते हैं। श्री जैक्सन ने कहा कि युनीईटेड किंगडम उत्तर प्रदेश में कम्युनिटी कालेज की स्थापना व उसके संचालन में पूर्ण सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि फरवरी, 2013 में यू0के0 के प्रधानमंत्री द्वारा अपनी भारत यात्रा के दौरान अपने विचार व्यक्त करते हुए तकनीकी कौशल विकास को द्विपक्षीय सम्बन्ध विकसित करने हेतु महत्वपूर्ण कदम बताया था।
इस कार्यषाला में गौतमबुद्व तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 आर0के0 खण्डाल ने कहा कि प्रदेष में जो तकनीकी कालेज एंव विश्वविद्यालय स्थापित हैं उनमें वोकेशनल एजुकेशन को शामिल करने की पूर्ण क्षमता है, अतः वोकेशनल एजुकेशन को अन्य योग्यताओं के समान महत्व दिया जाये। आज की तारीख मे देश के हर कोने में बड़ी से बड़ी मशीन को देश का युवा ठीक करने में सक्षम है, केवल उन्हे उद्योगों के साथ जुड़ कर वोकेशनल ट्रेनिंग संचालित किया जाना है।
इस कार्यशाला में श्री आलोक सक्सेना, टाटा मोटर्स, श्री आर0के0 द्विवेदी, लोहिया ग्रुप एंव श्री जयेन्त कृष्णा, टी0सी0एस0 ने भी युवाओं में स्किल डेवलेवमेन्ट किये जाने के सम्बन्ध में सुझाव दिये।
इस कार्यशाला में श्री ओ0पी0 वर्मा, निदेशक, प्राविधिक शिक्षा, उ0प्र0, श्री आर0सी0 राजपूत, अपर निदेशक, प्राविधिक शिक्षा, उ0प्र0, कानुपर तथा विशेष रूप से आमंत्रित औद्योगिक संस्थानों, निजी संस्थानों के प्रतिनिधि एवं कम्युनिटी कालेज हेतु प्रस्तावित राजकीय पालीटेक्निक संस्थाओं के प्रधानाचार्यों ने भाग लिया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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