उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार ने निवेश एवं उद्योग धंधों को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के साथ मिलकर आगरा सम्मिट का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया, जिसमें दुनिया भर से नामी-गिरामी उद्योगपतियों ने भाग लिया। इससे पूर्व उत्तर प्रदेश में कभी भी एक मंच पर इतने उद्यमी उपस्थित नहीं हुए। उन्होंने उद्यमियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार इन्हें हर सम्भव मदद उपलब्ध कराएगी ताकि प्रदेश को समृद्ध बनाया जा सके। राज्य सरकार द्वारा बनाई गई विभिन्न नीतियों को गम्भीरता से लागू कराने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि उद्यमियों को किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में इण्डियन इण्डस्ट्रीज़ एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित उत्तर प्रदेश उद्यमी सम्मेलन-2013 को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अमेरिका सहित विश्व के अन्य कई देशों के उद्यमी प्रतिनिधियों ने मुलाकात के दौरान प्रदेश में निवेश के लिए इच्छा जाहिर की। इससे स्पष्ट है कि प्रदेश में उद्योग धंधों के लिए बन रहे वातावरण के प्रति उनका विश्वास बढ़ा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राज्य सरकार के प्रयासों के चलते प्रदेश निश्चित रूप से आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आधारभूत सुविधाओं की बढ़ोत्तरी के लिए भी कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ प्रदेशों में अच्छे काम हुए हैं। लेकिन कुछ अन्य प्रदेशों में बेहतर काम के बजाय मीडिया के माध्यम से अच्छे माहौल का दावा किया जा रहा है, जो गलत है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने नए उद्योगों की स्थापना के लिए कई नीतियां बनाई हैं, जिससे नए उद्योगों की स्थापना में मदद मिलेगी। लेकिन राज्य सरकार प्रदेश में पहले से कायम उद्योग धंधों को आगे बढ़ाने की नीति को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। उत्तर प्रदेश गेहंू, दुग्ध, गन्ना उत्पादन सहित कई क्षेत्रों में अन्य प्रदेशों से काफी आगे है।
प्रदेश की विशिष्टताओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के अधिकांश जनपदों में किसी न किसी क्षेत्र में बड़ी मात्रा में कुटीर एवं लघु उद्योग कायम हैं, जो राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान रखते हैं। वर्तमान सरकार विभिन्न जनपदों में पहले से स्थापित कुटीर एवं लघु उद्योगों को प्रोत्साहन देेकर बेहतर माहौल बनाने का प्रयास कर रही है ताकि इन जनपदों के उत्पाद विश्व स्तर अपनी पहचान बना सकें। उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि वे अपनी कार्यप्रणाली सुधारें और लम्बित प्रकरणों को निश्चित समयावधि में निस्तारित करें। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी/कर्मचारी निर्धारित समय में लम्बित प्रकरणों का निस्तारण नहीं करते हैं, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि राज्य में केन्द्र सरकार द्वारा स्थापित किए जाने वाले उद्योगों या संस्थानों को प्रदेश सरकार द्वारा पूरा सहयोग प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने रायबरेली में स्थापित होने वाले एम्स के लिए निःशुल्क भूमि उपलब्ध कराने का उल्लेख करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार से पूर्व इस प्रकरण पर अनावश्यक विलम्ब किया जा रहा था।
इससे पूर्व प्रदेश के लघु उद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भगवत शरण गंगवार ने कहा कि यदि सरकार और उद्यमी मिलकर काम करें तो प्रदेश निश्चित रूप से प्रगति के रास्ते पर तेजी से चल सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उद्योगों के लिए हर स्तर पर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव लद्यु एवं मध्यम उद्योग श्री मुकुल सिंघल ने राज्य सरकार द्वारा लिए गए विभिन्न निर्णयों की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि उद्यमियों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किया जाएगा। सम्मेलन को इण्डियन इण्डस्ट्रीज़ एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष श्री जुगल किशोर ने भी सम्बोधित किया।
कार्यक्रम में प्रभारी मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन सहित अन्य अधिकारी तथा बड़ी संख्या में उद्यमी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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