थानाध्यक्ष इरादत नगर की आख्या के आधार पर जिला मजिस्टेªट न्यायालय में चार वाद विचाराधीन होने पर प्रतिउत्तर प्रस्तुत न करने पर तथा काफी समय व्यतीत हो जाने के उपरान्त प्रतिउत्तर राज्य प्राप्त न होने पर जिला मजिस्ट्रेट ने कड़ा रूख अपनाते हुए इरादत नगर के थानाध्यक्ष सुधीर कुमार का यह कृत्य उनकी स्वेच्छाचारिता, शासकीय कार्य में लापरवाही, न्यायालय के आदेशों की अवहेलना एवं अवमानना का द्योतक मानते हुए माह मई 2013 का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोकते हुए जिला मजिस्टेट जुहेर बिन सगीर ने यह भी निर्देश दिये कि यदि भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति हुयी तो और कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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