उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ एवं उ0प्र0 संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने आज ओ0सी0आर0 बिल्डिंग विधायक आवास ए ब्लाक के कक्ष संख्या-706, संघ के शिविर कार्यालय में संयुक्त प्रेसवार्ता में बताया कि सहायताप्राप्त / राजकीय माध्यमिक विद्यालय के उन शिक्षकों एवं शिक्षिकाओं का जो इस वर्ष 30 जून को अवकाश प्राप्त कर रहे हैं। जी0पी0एफ0, पेंशन अथवा अन्य देयकों को सेवानिवृत्ति के एक सप्ताह के अन्दर दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि ऐसा न होने पर संगठन कर्मचारी एवं अधिकारी के प्रति कड़ा रुख अपनाएगा। शिक्षक नेताओं ने उपर्युक्त समस्याओं के सम्बन्ध में प्रदेश स्तरीय हेल्पलाइन जारी करते हुए कहा कि यदि वित्तविहीन विद्यालयों से किसी भी शिक्षक को अवैधानिक रूप से अनिवार्य सेवामुक्ति दी जाती है तथा साथ ही साथ इस वर्ष या पूर्व में सेवानिवृत्त शिक्षकों की भविष्यनिधि, पेंशन या अन्य देयकों सम्बन्धी कोई भी समस्या हो, मृतक आश्रित नियुक्ति सम्बन्धी प्रकरण किसी का लम्बित हो तो सम्बन्धित शिक्षक अथवा आश्रित निम्नांकित मोबाइल नम्बरों - 9721316888, 9450838373, 9415645865, 9559395892, पर फोन अथवा एस0एम0एस0 के द्वारा प्रातः 10 बजे से सायं 5 बजे तक अपनी समस्याओं से अवगत करा सकते हैं। साथ ही प्रदेश अध्यक्ष के शिविर कार्यालय के फोन नं0 एवं फैक्स 0522-2235160 पर भी मौखिक एवं लिखित रूप में अपनी समस्या से 10 बजे प्रातः से सायं 5 बजे तक अवगत करा सकते हैं या ईमेल ;तंपउंीमदकतंदंजी/तमकपििउंपसण्बवउ व्त् उंीमदकतंदंजीतंप/हउंपसण्बवउद्ध भी कर सकते हैं।
संगठन आपकी समस्या के प्रति गम्भीर एवं जागरूक है तथा पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ आपकी समस्याओं का अविलम्ब निदान कराने का प्रयास करेगा।
समाचार पत्र भी आपकी समस्याओं के प्रति जागरूक एवं संवेदनशील रहते हैं। अतः आप सभी शिक्षक बन्धुओं से अनुरोध है कि समाचार पत्रों के माध्यम से भी संगठन के पदाधिकारियों एवं विभागीय अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करा सकते हैं।
उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री एवं प्रवक्ता डा0 महेन्द्र नाथ राय ने कहा कि उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षक संघ वित्तविहीन शिक्षकों, तदर्थ शिक्षकों सी0टी0 से एल0टी0 विसंगति, मूल्यांकन पारिश्रमिक दरों की वृद्धि आदि से सम्बन्धित लगभग अपनी 14 सूत्रीय मांगों के प्रति विगत ढाई वर्षों से निरन्तर आन्दोलनरत है। आन्दोलन के रूप में संगठन ने जनपद स्तर, मण्डल स्तर एवं निदेशक स्तर पर तथा विधानसभा के सामने धरना देकर एवं पूववर्ती सरकार के खिलाफ भारी संख्या में उपस्थित होकर प्रदर्शन कर तथा उसी सरकार के खिलाफ कई दिनों तक जेल भरो आन्दोलन कर सरकार के प्रति अपना रोष व्यक्त किया था। वर्तमान समाजवादी सरकार के प्रति शिक्षकों के मन में आशा की किरण थी कि वह उनकी समस्याओं का निदान करेगी किन्तु एक वर्ष बीत जाने के बाद शिक्षक समाज में निराशा एवं आक्रोश का भाव पैदा होने लगा। शिक्षकों ने सरकार की हठधर्मिता एवं उदासीन व्यवहार से कुपित होकर विधानसभा के सामने प्रदर्शन करते हुए भारी संख्या में गिरफ्तारी दी। फिर भी सरकार का रवैया पूर्ववर्ती सरकार की तरह ही उदासीनता एवं हठधर्मिता से ग्रसित है जिसके फलस्वयप संगठन को बाध्य होकर न चाहते हुए भी मूल्यांकन बहिष्कार की राह पर चलना पड़ा फलतः सरकार ने सकारात्मक रूख अपनाते हुए पारिश्रमिक दरों की वृद्धि करते हुए अन्य समस्रूाओं पर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन देते हुए आन्दोलन समाप्त करने का अनुरोध किया। अन्ततः संगठन ने सरकार के रूख एवं छात्रहित को ध्यान में रखते हुए आन्दोलन स्थगित कर दिया। तत्पश्चात् पुनः सरकार से हुई वार्ता का कोई ठोस परिणाम न निकलने पर संगठन अपने 8-9 जून, 2013 को रामलीला पब्लिक इण्टर कालेज, कोसी मार्ग रामपुर में आयोजित ग्रीष्मकालीन शिविर में शिक्षकों की समस्याओं के प्रति आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा पर निर्णय लेगा। इस दौरान संगठन पूर्व के आन्दोलनों की समीक्षा भी करेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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