20 मई। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान ने कहा कि “किसानों की हितैषी बनने वाली प्रदेष सरकार का असली चेहरा सामने आ गया है”।
श्री चैहान ने कहा कि एक तरफ मा0 उच्चतम् न्यायालय द्वारा समाज में बढ़ रही नषा की प्रवृत्ति पर अंकुष लगाने हेतु गुटका व अन्य तम्बाकू के उत्पाद पर रोक लगायी जा रही है दूसरी तरफ उ0प्र0 की सरकार सिगरेट व पान मसाला आदि पर वैट घटाकर उसे प्रोत्साहन देने में लगी है। किसानों के हितैषी होने का ढ़ोंग करने वाली प्रदेष सरकार यूरिया खाद पर वैट बढ़ा दिया है फलस्वरूप उ0प्र0 में यूरिया अन्य पड़ोसी राज्यों (दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेष) से लगभग 41 रूपये मंहगी बिक रही है। इन राज्यों में डीजल पर भी वैट कम होने के कारण उ0प्र0 में डीजल मंहगा है। उ0प्र0 में प्रदेष सरकार ने गेहूँ के न्यूनतम् समर्थन मूल्य पर बोनस भी नहीं दिया जबकि पड़ोसी राज्य सरकारें गेहूँ पर बोनस भी दे रही है।
श्री चैहान ने कहा कि सरकार ने कृषि विकास दर 5.5 प्रतिषत रखा है जो कि दिवास्वप्न बनकर रह जायेगा। उ0प्र0 में किसानों को प्रयोग में लाने वाली यूरिया तथा डीजल पर वैट बढ़ाया जा रहा है जबकि सिगरेट व पान मसाला पर घटाया जा रहा है जिससे प्रतीत हो रहा है कि प्रदेष सरकार कृषि उत्पाद घटाना चाहती है और प्रदेषवासियों को प्रोत्साहित करके नषेड़ी बनाना चाहती है जिससे नौजवान नषे का आदी हो जाये और इनके कुकृत्यों पर उनका ध्यान न जाये।
श्री चैहान ने प्रदेष सरकार को आगाह करते हुये कहा कि यदि कृषि उत्पाद कम हुआ तो प्रदेष में अराजकता और मंहगाई और बढ़ेगी जिसका विपरीत असर बद से बदतर होती जा रही कानून व्यवस्था पर भी पड़ेगा और प्रदेष में जंगलराज कायम हो जायेगा।
यह जानकारी राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष प्रवक्ता हाजी वसीम हैदर ने एक प्रेस विज्ञप्ति में दी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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