20.05.2013
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में बसपा राज के पूरे पांच साल तक अंधेरनगरी चैपट राज की कहावत चरितार्थ होती रही। लूट, वसूली में मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर सभी विभागों के छोटे-बड़े अधिकारी तक इसमें लगे रहे। आम जनता बसपा मुख्यमंत्री से मिलने को तरसती रही। पूर्व मुख्यमंत्री जिन्दा रहते अपनी प्रतिमाएं लगवाने और उनकी सुरक्षा पर करोड़ों रूपए लुटाती रही। बसपाराज में जनता के हितों पर डाका डाला गया और सरकारी खजाने की खुली लूट मची, उसकी पोल अब रोज-ब-रोज खुल रही है और कानून का शिकंजा उनपर कसता जा रहा है। जिन्होने जनता का धन लूटा है और स्मारकों, पार्को में पत्थर लगवाकर मोटा कमीशन वसूला है उन सबकों कानून की तय की सजाएं भुगतनी ही पड़ेगी।
लोकायुक्त, सतर्कता विभाग और सीबीआई सभी बसपा राज के घोटालों की जांच में लगे हैं और जांच के परिणाम चैकांने वाले है। सत्ता के दुरूपयोग के सभी रिकार्ड टूट गए। आय से अधिक संपत्ति, अवैध रूप से धन वसूली और हत्या, बलात्कार जैसे संगीन अपराधों के मामलों में बसपा सरकार के दर्जनभर मंत्री फंसे हुए हैं। ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन लैकफेड तथा दूसरे कई मामलों की जांच की आंच से पूर्व मुख्यमंत्री के राज की पोल खुल रही है।
ग्रामीण स्वास्थ्य मिषन के घोटाले में दो सीएमओ मारे गए, एक डिप्टी सीएमओ की जेल के अंदर रहस्यमय ढंग से हत्या कर दी गई। सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। बसपा के कई वरिष्ठ मंत्री इस समय जेल की हवा खा रहे हैं। सतर्कता विभाग की जांच में 9 बसपा मंत्री फंस रहे हैं। तीन पूर्व मंत्रियों की जांच पूरी कर उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करने और पांच पूर्व मंत्रियों के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत करने की अनुमति मिलने की देर है कि उनके लिए भी जेल के दरवाजे खुल जाएगें। एक पूर्व बसपा मंत्री के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर विवेचना शुरू कर दी गई है। जो मंत्री फंसे हैं उनके नाम हैं पूर्व उच्च षिक्षा मंत्री राकेशधर त्रिपाठी, सहकारिता मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा, पूर्व लोक निर्माण एवं सिंचाई मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय और पूर्व लघु उद्योग मंत्री चन्द्रदेव राम यादव। इन मंत्रियों के खिलाफ तमाम साक्ष्य मिले हैं।
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर के खिलाफ भी तमाम मामलों की जांच अब अंतिम दौर में है। पूर्व मंत्री रंगनाथ मिश्रा, बादशाह सिंह और चन्द्रदेवराम लैकफेड घोटाले में जेल में बंद है। नसीमुद्दीन सिद्दीकी शहंशाहों की तरह शाहखर्ची दिखाते रहे है। पूर्व मंत्री अवधपाल सिंह भी बुरी तरह जांच में घिरे हुए है। रामअचल राजभर की संपत्ति पांच साल के भीतर एक करोड़ से दस अरब तक पहुॅच गई। इन मंत्रियों के नाते रिश्तेदार भी जमीन और धन की लूट में शामिल पाए गए है।
समाजवादी पार्टी सरकार में बसपाराज में हुई लूट की वारदातों की जांच विभिन्न एजेसियों से कराई जा रही है। इनमें प्राप्त साक्ष्यों की रोशनी में ही आगे कार्यवाही हो रही है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने बदले की भावना से कार्यवाही न करने और कानून का राज स्थापित करने पर बल दिया हैं। बसपा के शासनकाल में फर्जी मुकदमे लगाकर लोगों का उत्पीड़न किया जाना आम बात थी। अब समाजवादी पार्टी सरकार में लोकतांत्रिक व्यवस्था के अंतर्गत काम हो रहा है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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