- संवेदनयुक्त न्यायपालिका के माध्यम से महिलाओं को विधिक सहायता एवं न्याय विषय पर आयोजित न्यायिक कान्फ्रेंस में भाग लेंगे
दिनांक 17 मई, 2013
केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा मा0 न्यायालय एवं न्यायिक संवेदनशीलता को दृष्टि में रखते हुए राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर महिला अधिकारों, न्यायिक भागीदारी, महिला सशक्तिकरण विषय पर अनेक कार्य किये जा रहे हैं। इस क्षेत्र में जहां संसद एवं विधान मण्डल द्वारा अनेक विधेयक पारित किये गये हैं तथा जो आज अधिनियम का रूप ले चुके हैं। वर्तमान में उनके प्रति जागरुकता उत्पन्न करने एवं महिला अधिकारों तथा महिलाओं को विधिक सहायता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अनेक कार्यशाला, सम्मेलन, कान्फ्रेंस एवं सेमिनार आयोजित किये जा रहे हैं। इसी की कड़ी में भारत संघ के सर्वाधिक जनसंख्या, राजनैतिक एवं न्यायिक रूप से जागरुक प्रदेश उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में उच्च न्यायालय एवं उत्तर प्रदेश के विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ द्वारा इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमतीनगर में दिनांक 18 मई, 2013 को पूर्वाह्न 11 बजे एक न्यायिक कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया है। इसका विषय है ‘‘संवेदनयुक्त न्यायपालिका के माध्यम से महिलाओं को विधिक सहायता एवं न्याय विवेचना से निर्णयन तक का वास्तवीकरण’’।
इसका उद्घाटन सर्वोच्च न्यायालय के श्री पी0 सथाशिवम एवं न्यायमूर्ति श्री बी0एस0 चैहान द्वारा इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायमूर्ति श्री शिवकीर्ति सिंह की उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलित कर किया जायेगा।
इस कार्यक्रम में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्तिगणों के अलावा इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सहित अन्य न्यायमूर्ति श्री सुशील हरकौली, न्यायमूर्ति श्री एल0के0 महापात्र, न्यायमूर्ति श्री उमानाथ सिंह, न्यायमूर्ति श्री देवी प्रसाद सिंह, न्यायमूर्ति श्री डी0के0 उपाध्याय, न्यायमूर्ति श्री अमर सरन सहित अनेक न्यायिक अधिकारी सम्बोधित करेंगे।
इस कान्फ्रेंस में प्रदेश के अनेक जनपदों के जिला न्यायाधीश, अपर जिला न्यायाधीश, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं सिविल जज भाग ले रहे हैं। इस कार्यक्रम को अन्तिम रूप देने हेतु आज उत्तर प्रदेश विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यापालक अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्री सुशील हरकौली द्वारा विधिक सेवा प्राधिकरण से जुड़े अधिकारियों से बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं। इसमें प्राधिकरण के सदस्य सचिव श्री प्रमोद कुमार गोयल, सचिव श्री तेज प्रताप तिवारी सहित अन्य न्यायिक अधिकारी एवं उच्च न्यायालय के अधिकारी मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com