- स्थानान्तरण नीति की संयुक्त विकास आयुक्त (टेक्निकल) उड़ी रही धज्जियां, सरकार की छवि हो रही धूमिल।
- सूचना के अधिकार में सूचना मांगने पर जान से मारने की धमकी एक वर्ष पश्चात सूचना दी।
18 मई उ0प्र0 आवास एवं विकास परिषद मुख्यालय लखनऊ में सत्ताईस वर्षो से अधिशाषी अभियंता, सहायक अभियंता, अवर अभियंता एवं कर्मचारी तैनात है इनको हटाने की किसी को फ्रिक नहीं है जबकि इनके खिलाफ अनेक शिकायते मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव आवास एवं नियोजन एवं आयुक्त आवास एवं विकास परिषद से की जा चुकी है।
यह बात इसरार उल्ला सिद्दीकी आर0टी0आई0 ऐक्टिविस्ट व इंडियन जस्टिस पार्टी के प्रदेश महासचिव ने बतलायी।
श्री सिद्दीकी ने बतलाया कि मैने सूचना के अधिकार के तहत दिनांक 09.04.2012 को चार बिन्दुओं की सूचना 34 अधिशाषी अभियंता, सहायक अभियंता तैनाती के सम्बन्ध में आयुक्त आवास एवं विकास परिषद उ0प्र0 से मांगी थी।
श्री सिद्दीकी ने बतलाया कि चूंकि उपरोक्त अधिशाषी अभियंता विगत 27 वर्षो से आवास एवं विकास परिषद मुख्यालय लखनऊ में तैनात है इनके द्वारा विभाग एवं निर्माण कार्यो में भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप भी लगते रहे हैं अगर इनका स्थानान्तरण मुख्यालय से किसी दूरस्थ मण्डल में करके इनके कार्यो की जांच करायी जाये तो अरबो रूपयों का घपला सामने आ सकता है लेकिन भ्रष्ट उच्चधिकारियों से सांठगांठ अधिशाषी अभियंताओं की होने के कारण न तो इनका स्थानान्तरण हो रहा है न ही इनके अनैतिक कार्यो की जांच हो पा रही है जिससे प्रदेश सरकार की छवि तो खराब हो रही है वहीं जनमानस की समस्याओं का निराकरण हो रहा है। पूरे विभाग में भ्रष्टाचारी अभियंताओं का बोलवाला है इनकी सम्पत्तियों की जांच करायी जाये तो करोड़ो रूपयों की अनैतिक सम्पत्ति मिलेगी।
श्री सिद्दीकी ने बतलाया कि भ्रष्ट अभियंताओं के खिलाफ जब सूचना के अधिकार में सूचना मांगी गयी तो दिनांक 26 अप्रैल 2012 को समय 3.15 बजे अपरान्ह बेसिक फोन सं0 - 0522-2237245 जो आवास एवं विकास परिषद मुख्यालय लखनऊ का है उससे मेरे मो0 सं0 9235680358 में अंजान व्यक्ति ने धमकी देते हुए कहा कि सूचना मांगना छोड़ दो नहीं तो अंजाम तुम जानते हो जान गंवानी भी पड़ सकती है।
श्री सिद्दीकी ने बतलाया कि मैने दिनांक 27 अप्रैल 2012 को कोतवाली हुसैनगंज लखनऊ में एन0सी0आर0 भी दर्ज करायी पुलिस द्वारा कभी हजरतगंज चैकी कभी गौतम पल्ली थाना में बुलाया गया लेकिन सम्बन्धियों के खिलाफ आज तक कार्यवाही नहीं हुई। न काल टिटेल निकलवायी गयी भ्रष्ट अभियंताओं ने पुलिस सांठगांठ करके मामला निपटा दिया।
श्री सिद्दीकी ने बतलाया कि भ्रष्ट अभियंता इतने ताकतवर है कि मैने मा0 मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव उ0प्र0 को समस्त प्रकरण से अवगत कराते हुए तमाम पत्र भी लिखे मुख्य सचिव उ0प्र0 को दिनांक 20.11.2012 को शिकायत की तन मुख्य सचिव उ0प्र0 शासन ने आयुक्त उ0प्र0 आवास एवं विकास परिषद को जांच करके यथास्थिति से अवगत कराने का आदेश दिया तक्रम में उ0प्र0 आवास एवं विकास परिषद के संयुक्त आयुक्त (प्रशा0) श्री अनिल कुमार यादव ने मुझकों प्रश्नगत प्रकरण में अपना पक्ष प्रस्तुत करते हुए 04.05.2013 को बुलाया जिसमें मैने अपना पक्ष प्रस्तुत करते हुए अनुरोध किया कि मुझको सूचना के अधिकार में मांगी गयी 4 बिन्दुओं की सूचना उपलब्ध करायी जाये उ0प्र0 आवास एवं विकास परिषद के सहायक आवास आयुक्त (प्रशा0) द्वारा पत्रांक सं0 885/प्रशा0/एक-01/2012(2) की सूचना उपलब्ध करायी गयी है।
श्री सिद्दीकी ने बतलाया कि उपरोक्त सूचना जो उपलब्ध करायी गयी है उसमें 18 वर्ष से 27 वर्ष तक मुख्यालय में तैनात अधिकारियों का ब्यौरा है।
श्री सिद्दीकी ने अन्त में मा0 मुख्यमंत्री मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव आवास एवं नियोजन, आयुक्त आवास एवं विकास परिषद से मांग करते हुए कहा कि स्थानान्तरण नीति 2013-14 के तहत उपरोक्तों का तत्काल स्थानान्तरण दूरस्थ मण्डल में किया जाये इनके किये गये कार्यो की जांच कराकर दण्डित किया जाये। अगर 15 जून 2013 तक उपरोक्तों का स्थानान्तरण नहीं किया गया और इनके अनैतिक कार्यो की जांच नहीं कराई गयी तो इंजपा विधानसभा के सामने धरना देकर महामहिम राज्यपाल जी को ज्ञापन देकर मांग करेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com