अफसरों ने हद कर दी। चंद पैसों के लिए अधिकारियों ने अपने पद और कुर्सी की गरिमा को तार-तार कर दिया। बांदा जनपद के एक मामले में अधिकारियों ने विरोधियों से मिलकर मृतक की तारीख को बदल दिया है। इंडियन जस्टिस पार्टी ने इस मामले को लेकर महामहिम राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपकर ऐसा कारनामा करने वाले एसडीएम और दरोगा को निलंबित कर प्रकरण की जांच कराने की मांग किया है।
सौंपे गए ज्ञापन में इंजपा महासचिव इसरार उल्ला सिद्दीकी ने कहा कि इस मामले की शिकायत मीडिया सेन्टर बांदा के डायरेक्टर संतोष निगम ने आयुक्त चित्रकूट धाम मंडल के यहां दर्ज कराई थी। जिस पर अपर जिलाधिकारी को जांच अधिकारी बनाया गया हैं। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई है। कहा कि बांदा जनपद की सदर तहसील के सोनरही गांव निवासी छोटा पुत्र सांवले की मौत 4 मार्च 2011 को हो गई थी। दुर्घटना में मौत होने की वजह से मामला न्यायालय में विचाराधीन है। लेकिन विरोधियों से मिलकर एसडीएम सदर बांदा गिरीश कुमार शर्मा और तिंदवारी थाने के उपनिरीक्षक सुरेश कुशवाहा ने अपनी रिपोर्ट में छोटा की मौत वर्ष 2010 में होना दर्शाया हैं। प्रांतीय महासचिव ने मांग किया कि इस मामले में गलत रिपोर्ट लगाने वाले एसडीएम और दरोगा को निलंबित करते हुए प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com