06 मई 2013 भारतीय जनता पार्टी ने नदवा कालेज के गेट के बाहर सुतली बम फटने की घटना पर मुख्यमंत्री की अतिरिक्त सर्तकता को हास्यास्पद बताया। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि जानलेवा सीरियल बम विस्फोट के आरोपियों को निर्दोष बताने वाली सरकार के मुखिया प्रदेश के 10 हिन्दू धार्मिक स्थलों को बम से उडाने की धमकी पर गम्भीर नही होते पर संप्रदाय विशेष के शिक्षण संस्थान के सामने सुतली बम फटने की घटना पर पूरे लाव-लश्कर के साथ अफसोस जताने जरूर चले जाते है।
प्रदेश मुख्यालय पर आज नियमित ब्रिफिंग के दौरान प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि आतंकवादी घटना में आरोपितों से मुकदमे वापसी की प्रक्रिया के कारण उत्तर प्रदेश में दहशत गर्दो के हौसले बढ़े है। दहशतगर्दी के आगे घुटने टेकने वाली सपा सरकार की तुष्टिकरण नीतियों के कारण अब प्रदेश के 10 हिन्दू धार्मिक स्थल को बम विस्फोट से उड़ाने की धमकी दी जा रही है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ऐजेण्डे में बहुसंख्यकों के धार्मिक केन्द्र व आस्थाएं नही है। इसीलिए गाजियाबाद के दूधेश्वर नाथ मंदिर सहित राज्य के लगभग दस मंदिरों को बम विस्फोट से उड़ाने की खुफिया जानकारी मिलने के बाद भी मुख्यमंत्री या सरकार की तरफ से किसी का भी मंदिर की सुरक्षा को लेकर अधिकृत बयान तक नही आया।
श्री पाठक ने कहा कि नदवा की घटना पर सरकार अफसोस जताने के बजाय कार्यवाही करें। सपा सरकार राज्य में केवल मुस्लिम तुस्टिकरण की राजनीति को ही प्राथमिकता दे रही है। अपने पूरे सरकारी अमले के साथ अखिलेश यादव नदवा काॅलेज के गेट के बाहर हुए सुतली बम विस्फोट पर राजनैतिक हित साधने के लिए जाते है, घटना पर अफसोस जताते है, सुरक्षा का वादा भी करते है, किन्तु जो लोग इन घटना में लिप्त है उनका खुलासा 4 दिन बीत जाने के बाद भी सरकार क्यों नही कर पाती ? शुक्रवार की घटना है, पुलिस तंत्र क्या कर रहा है? उन्होंने कहा कि सपा के सहयोगी दल कांगे्रस के प्रदेश अध्यक्ष भी नदवा जाते है, वे भी बम विस्फोट की निंदा करते है, सांप्रदायिक ताकतों पर माहौल बिगडने की साजिश रचने का राजनैतिक आरोप लगाकर खानापूर्ति करने में पीछे नही रहते। पर जब फैजाबाद कचेहरी ब्लास्ट के आरोपियों पर से मुकदमें वापसी की प्रक्रिया सपा सरकार शुरू करती है तो फैजाबाद से सांसद होने के बावजूद प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष चुप्पी साध लेते है।
श्री पाठक ने कहा कि सपा सरकार द्वारा बम विस्फोटों की धमकी के बावजूद मंदिर की सुरक्षा को लेकर बरती जा रही लापरवाही से बहुसंख्यकों में रोष व्याप्त है। गाजियाबाद के दूधेश्वर नाथ मंदिर के हालात यह है कि मंदिर में श्रद्धालुओं के आने जाने के लिए प्रतिदिन खुलने वाले द्वारों में से दो द्वार प्रवेश के लिए प्रतिबंधित कर दिये गये है। केवल एक द्वार से ही श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश मिल पा रहा है। उन्होंने राज्य सरकार को आगाह करते हुए कहा कि राज्य में मंदिरों को बम विस्फोटों से उडाने की धमकी को लेकर खुफिया विभाग को मिली जानकारियों को गम्भीरता से लेते हुए राज्य की कानून व्यवस्था को ठीक रखने के लिए सुरक्षा के कड़े बनदोबस्त करे। साथ ही इन धमकियों के पीछे किन लोगों का षड़यंत्र है उनका पता लगाकर सख्त कार्यवाही करें।
श्री पाठक ने बताया कि सपा सरकार की तुष्टिकरण की राजनीति, सीरियल ब्लास्ट के आरोपियों से मुकदमे वापसी के खिलाफ मंगलवार 07 मई को गोरखपुर में योगी अदित्यनाथ जी के नेतृत्व में पार्टी ने बड़े धरने का आयोजन किया है। धरने में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com