राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान ने सरकार को घेरते हुये कहा कि पूरे सूबे में बिजली आपूर्ति को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में 4 घण्टे से लेकर 6 घण्टे तक बिजली आती है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों मे किसानों ने गेहूँ की मड़ायी का काम शुरू कर दिया है लेकिन बिजली की आपूर्ति न होने के कारण मड़ायी के काम में काफी दिक्कते आ रही हैं जिससे किसानों में भारी आक्रोष है वहीं प्रदेष के कुछ वी0आई0पी0 नेताओं के क्षेत्रों को छोड़़कर प्रदेष के शहरों में मात्र बिजली 10 से 12 घण्टे की आपूर्ति हो रही है।
श्री चैहान ने बताया कि विष्वविद्यालयों और महाविद्यालयों की परीक्षाएं चल रही है। छात्रों को पर्याप्त बिजली आपूर्ति न मिलने से उनकी परीक्षाएं भी बाधित हो रही है। सरकार के मुखिया किसानों और छात्रों की समस्याओं से मुंह मोड़ते हुये विदेष की यात्रा कर रहे हैं। बिजली उत्पादन से लेकर वितरण तक भ्रष्टाचार का बोलबाला है। प्रदेष में बिजली की चोरी बडे़ बड़े कारखानों के मालिकों तथा नौकरषाहों की मिलीभगत से हो रहा है। सरकार बिजली की चोरी पर रोक लगाने में नाकाम है। सपा व बसपा की सरकारों ने बिजली उत्पादन को ठेंगा दिखाते हुये प्रदेष की जनता की गाढ़ी कमायी को लूटा और प्रदेष की जनता को अधेंरे में जीने के लिए मजबूर कर दिया। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष प्रवक्ता प्रो0 के0के0 त्रिपाठी ने सरकार चेताते हुये कहा कि बिजली संकट के कारण प्रदेष में कानून व्यवस्था का खतरा पैदा हो सकता है जिसका खामियाजा सरकार को उठाना पड़ेगा क्योंकि प्रदेष सरकार ने बिजली संकट से निपटने के लिए कोई ठोस कार्य योजना नहीं बनायी जबकि सरकार ने घोषणा पत्र में वादा किया था कि सत्ता में आते ही गांव की जनता को 20 घण्टे तथा शहरों 22 घण्टे बिजली उपलब्ध करायेंगे। सरकार ने जनता से वादाखिलाफी की जिसका मुंहतोड़ जवाब जनता सरकार को आगामी लोकसभा चुनाव में देगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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