प्रदेश में संचालित औद्यानिक योजनाओं में राष्ट्रीय औषधीय पौध मिशन, राष्ट्रीय माइक्रोइरीगेशन मिशन, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय औद्यानिक मिशन, फल पट्टी विकास योजना, पान प्रोत्साहन योजना एवं कृषि विविधीकरण योजना का लाभ समुचित रूप से पात्र लाभार्थियों को मिले, इसके लिये जिलावार संचालित योजनाओं का भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्य समय से तैयार किया जाये। सभी योजनाएं कागज पर नहीं, प्रक्षेत्रों पर चलायी जायें। संचालित योजनाओं का भौतिक एवं वित्तीय सत्यापन निदेशालय स्तरीय तीन सदस्यीय जाॅच कमेटी गठित करके किया जाये।
इस बात के निर्देश प्रदेश के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्री पारस नाथ यादव ने आज यहाॅ सचिवालय स्थित तिलक हाल में आयोजित विभागीय कार्यों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी कृषकों के मध्य बेहतर ताल-मेल बनाते हुये जनहित में पारदर्शिता के साथ कार्य करें, जिससे कि जनता के बीच अच्छा संदेश जाये। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुये कहा कि गुटबंदी से दूर रहकर आपसी विचार-विमर्श करके विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों को बेहतर रूप से संचालित करायें। उन्होंने कहा कि योजनाओं के संचालन में लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
उद्यान मंत्री ने निर्देश दिये कि बागों का जीर्णोद्धार कार्यक्रम के अन्तर्गत 10 प्रतिशत प्रक्षेत्रों की जाॅच कराकर एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये। उन्होंने कहा कि योजनाओं के सफल संचालन हेतु भारत सरकार से समय रहते धन आवंटित करा लिया जाये। उन्होंने कहा कि योजनाओं के लिये चयनित लाभार्थी को लाभ दिलाया जाये ताकि आवंटित धन समय से खर्च हो सके। उन्होंने कहा कि पेरीअर्बन योजनान्तर्गत सर्वे कराकर क्षेत्र विशेष में फसलों की उपयोगिता को देखते हुये औद्यानिक फसलों का उत्पादन किया जाये। उन्होंने वास्तविक पान उत्पादकों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये, जिससे कि प्रदेश में गुणवत्तायुक्त पान उत्पादन को बढ़ाया जा सके।
श्री यादव ने कृषि विविधीकरण योजना के संचालन में आ रही समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन एवं माॅनीटरिंग की व्यवस्था सुचारू रूप से किया जाय, जिससे कि आगे की रणनीति आवश्यकतानुसार तैयार की जा सके। उन्होंने बागों के रख-रखाव के लिए उपलब्ध धनराशि को पूर्णतः उपयोग करने के निर्देश दिये।
बैठक में विभाग के प्रमुख सचिव श्री कुमार कमलेश, विशेष सचिव श्री कैलाश प्रकाश, वित्त नियंत्रक श्री एस0के0गुप्ता, संयुक्त निदेशक (उद्यान/प्रशासन) डाॅ0 राणा प्रताप सिंह, संयुक्त निदेशक (खाद्य प्रसंस्करण) श्री एस0पी0जोशी, संयुक्त निदेशक (शाकभाजी) डाॅ0 एम0पी0यादव, नोडल अधिकारी (राज्य बागवानी मिशन) डाॅ0 आर0पी0सिंह, उपनिदेशक (आलू) श्री धर्मेन्द्र नाथ पाण्डेय के साथ-साथ मण्डल एवं जिलों के उद्यान अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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