19 अप्रैल, 2013
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी ने निर्देश दिए हैं कि जे0ई0/ए0ई0एस0 एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, जिसमें किसी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विभाग समयबद्ध तरीके से निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप निर्धारित अवधि में गुणवत्ता के साथ कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि पीडियाट्रिक आई0सी0यू0 की स्थापना टर्न-की बेसिस का कार्य यथाशीघ्र पूर्ण कराकर आगामी 15 जुलाई से क्रियाशील करा दी जाए। उन्होंने कहा कि जे0ई0 वैक्सीन का लगभग 30 लाख टीकाकरण का कार्य आगामी माह जून तक प्रत्येक दशा में पूर्ण हो जाना चाहिए। उन्हांेने कहा कि बी0आर0डी0 मेडिकल कालेज, गोरखपुर में 100 शैय्याओं वाले इन्सेफलाइटिस वार्ड का निर्माण कार्य माइल स्टोन के अनुसार आगामी जून तक अवश्य पूर्ण करा लिया जाए। उन्होंने कहा कि 1 लाख 80 हजार व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण कार्य आगामी जून तक पूर्ण कराये जायें।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में ए0ई0एस0/जे0ई0 की रोकथाम हेतु अन्तर्विभागीय समन्वय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मिनी जल सम्पूर्ति योजना, वायरोलाॅजिकल लैब की स्थापना तथा हैण्डपम्प स्थापना आदि कार्याें की निरन्तर समीक्षा कर माइल स्टोन के अनुसार कार्य पूर्ण कराये जायें। उन्होंने कहा कि सूकर पालक परिवारों का सर्वे कराकर जन-जागरण कार्यशालाएं आयोजित करायी जायें।
श्री उस्मानी ने कहा कि प्रदेश के जे0ई0/ए0ई0एस0 प्रभावित 20 जनपदों में कुपोषण दूर करने हेतु आई0सी0डी0एस0 के अन्तर्गत ग्रेड-1 के लाभार्थियों को भी ग्रेड-2 के लाभार्थियों के बराबर पुष्टाहार देने तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशिक्षण एवं सेन्सिटाईजेशन हेतु प्रशिक्षण माडयूल तैयार करने, मास्टर ट्रेनर के माध्यम से उन्हें प्रशिक्षित करने एवं प्रभावित क्षेत्र हेेतु स्पेशल डाइटरी प्रोवीजन हेतु भारत सरकार को भेजे गये प्रस्ताव का निरन्तर अनुश्रवण कराकर स्वीकृति प्राप्त करने का प्रयास किया जाए। उन्हांेने कहा कि प्रदेश के जे0ई0/ए0ई0एस0 से प्रभावित 20 जनपदों में जिला विकलांग पुनर्वास केन्द्रों एवं डिस्ट्रिक्ट काउन्सलिंग सेन्टर के संचालन हेतु तथा प्रभावित 20 जनपदों के शहरी क्षेत्रों की मलिन बस्तियो में पेयजल व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण हेतु भारत सरकार को भेजे गये प्रस्ताव का अनुस्मारक मुख्य सचिव की ओर से भेजकर पुनः स्वीकृति हेतु अनुरोध किया जाए।
बैठक में प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास श्री राजीव कुमार, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री प्रवीर कुमार, मिशन निदेशक एन0एच0आर0एम0 श्री अमित घोष सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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