18 अप्रैल, 2013
उत्तर प्रदेश में मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार के साथ अधिक उत्पादन के लिए खरीफ की फसल से पूर्व अपनी मिट्टी पहचाने अभियान का शुभारम्भ 26 अप्रैल से किया जायेगा। अभियान तीन चरणों में 26 अप्रैल 2013, 10 मई, 24 मई एवं 7 जून को आयोजित होगा। कृषक इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेकर मृदा परीक्षण में मुख्य पोषक तत्वों के साथ-साथ द्वितीय एवं सूक्ष्म पोषक, तत्वों का भी परीक्षण करायें।
कृषि मंत्री श्री आनंद सिंह ने आज यहाॅं इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया है कि इस बार विभाग द्वारा खरीफ एवं रबी में संचालित किये जाने वाले दोनों अभियानों की तिथियाॅं पहले से ही सुनिश्चित कर लीं गई हैं। उन्होंने कहा कि अपनी मिट्टी पहचाने अभियान में किसानों के खेतों की मृदा (मिट्टी) का परीक्षण कराकर, उन्हें मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराया जाता है। मृदा स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से किसानों को उनके खेतों की मिट्टी के अनुसार मृदा में मिलाये जाने वाले सन्तुलित उर्वरकों एवं उत्पादित होने वाली फसलों आदि की जानकारी दी जाती है।
श्री सिंह ने बताया कि किसानों द्वारा निरन्तर रासायनिक उर्वरकों के उपयोग से मिट्टी की सेहत पर कुप्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि किसानों को मृदा परीक्षण करवाने से खेतों की मिट्टी में सुधार के साथ-साथ अधिक उपज पाने का दोहरा लाभ होगा। उन्होंने बताया कि मृदा परीक्षण अभियान प्रदेश के सभी जिलोें में व्यापक रूप से चलाया जायेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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