उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रेशम एवं वस्त्र उद्योग विभाग को जनता एवं बाजार की आवश्यकताओं के अनुरूप कार्यप्रणाली में सुधार के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रदेश एवं देश के विभिन्न शहरों में वस्त्र उद्योग विभाग के स्थापित शोरूम को आधुनिक स्वरूप प्रदान करने तथा बाजार की प्रतियोगिता में टिके रहने के लिए आवश्यकतानुसार विशेषज्ञ संस्थाओं से भी सलाह लेने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री आज यहां शास्त्री भवन में रेशम एवं वस्त्र उद्योग विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वस्त्र उद्योग विभाग के शोरूम/दुकानें विभिन्न नगरों में व्यवसायिक दृष्टिकोण से अच्छे स्थानों पर स्थापित हैं। इन्हें आधुनिक स्वरूप प्रदान कर तथा कर्मचारियों की कार्यप्रणाली को व्यवसायिक बनाकर वित्तीय घाटे से उबारा जा सकता है। उन्होंने कहा कि उत्पादों की मांग बढ़ने से बुनकरों और इस कार्य में लगे लोगों के साथ-साथ विभाग की आमदनी में भी बढ़ोत्तरी होगी। उन्होंने कहा कि मांग बढ़ने से इस कार्य में लगे लोग अच्छे उत्पाद की आपूर्ति करने के लिए प्रोत्साहित होंगे। श्री यादव ने वस्त्र उद्योग क्षेत्र के वाणिज्यिक विशेषज्ञ/संस्थाओं से सलाह प्राप्त कर तद्नुरूप कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि बड़े शहरों में स्थापित शोरूम को भी यदि ठीक कर लिया जाए तो विभाग को काफी लाभ होगा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि रेशम एवं वस्त्र उद्योग विभाग आम जनता से जुड़ा विभाग है। इसलिए इन विभागों को आवश्यकतानुसार राज्य सरकार आर्थिक मदद उपलब्ध कराएगी, जिससे ये विभाग जनता के लिए फायदेमंद साबित हो सकें। इसी प्रकार रेशम विभाग की वर्तमान कार्यप्रणाली की विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हुए उन्होंने कहा कि कर्नाटक एवं तमिलनाडु को रेशम के कीड़े पालने और इनके उत्पादों को बाजार की मांग के अनुरूप तैयार करने में सफलता मिली है, जिसके फलस्वरूप इन प्रदेशों में रेशम उत्पाद में लगे लोगों को काफी लाभ प्राप्त हो रहा है। उन्होंने अधिकारियों को दक्षिण भारत के इन प्रदेशों की तर्ज पर उ0प्र0 में भी 02 जनपदों में पाइलेट प्रोजेक्ट शुरु करने हेतु विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने विभाग को आम जनता से जुड़कर उनके लिए फायदेमंद बनाने हेतु अलग से योजना बनाने के लिए भी कहा है। उन्होंने कहा कि रेशम विभाग के पास पूरे प्रदेश में लगभग 216 जगहों पर फार्म हैं, जिनमें वन विभाग के सहयोग से वृक्षारोपण कराने तथा कोकून के कीड़ों को पालने वाले किसानों के लिए उचित बाजार की व्यवस्था करने हेतु योजना तैयार कर प्रस्तुत की जाए, जिससे इस कार्य में लगे किसानों को लाभकारी मूल्य दिलाया जा सके। जनपद सोनभद्र में टसर उत्पादन को आदिवासियों के बीच लोकप्रिय बनाने हेतु विशेष कार्य करने के भी निर्देश दिए हैं। बैठक में रेशम एवं वस्त्र उद्योग मंत्री श्री शिव कुमार बेरिया, प्रमुख सचिव वस्त्र उद्योग श्री हरिराज किशोर, प्रमुख सचिव रेशम उद्योग श्री नवतेज सिंह, सचिव मुख्यमंत्री श्रीमती अनीता सिंह, मुख्यमंत्री के परामर्शी श्री आमोद कुमार एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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