उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एवं पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश ग्रामीण आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान सैफई एवं पैरामेडिकल विज्ञान महाविद्यालय की आज लोक निर्माण विभाग गेस्ट हाउस सैफई में आयोजित कोर कमेटी की बैठक में सैफई मेडिकल संस्थान को गम्भीर रोगों के इलाज हेतु संसाधन एवं सुविधायुक्त बनाने पर बल दिया। मेडिकल संस्थान की कोर कमेटी की इस बैठक में मुख्यमंत्री की घोषणाओं के कार्य यथा - इमरजेंसी, ट्रामा एवं बर्न सेन्टर, रैन बसेरे तथा 500 बेड सुपर स्पेशिलिटी हाॅस्पिटल के निर्माण की प्रगति पर चर्चा हुई। इन कार्यों के लिये सरकार द्वारा प्रथम किस्त के रूप में 50 प्रतिशत की धनराशि अवमुक्त भी कर दी गई है। बैठक में चिकित्सा शिक्षकों की नियुक्ति, आयुर्विज्ञान संस्थान में कार्यरत शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक पदधारकों के सम्बन्ध में एकल नीति, मेडिकल काॅलेज के एम0डी0 व एम0एस0 पाठ्यक्रमों में पढ़ाने हेतु विचार-विमर्श किया गया। चिकित्सालय में मरीजों की बढ़ती संख्या के दृष्टिगत संस्थान में शैय्याओं की संख्या में बढ़ोत्तरी, विशेषज्ञ कन्सलटेन्ट की नियुक्ति, पैरामेडिकल विज्ञान महाविद्यालय में पाठ्यक्रमों के संचालन हेतु पदों की अनुमति, उक्त निर्माण कार्यों को समय व गुणवत्तापूर्ण ढंग से करने हेतु इंजीनियर व स्टाफ की अतिरिक्त तैनाती तथा पैरामेडिकल विज्ञान महाविद्यालय हेतु बेहतर साफ-सफाई, सुरक्षा एवं विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पर भी बैठक में विस्तार से चर्चा की गई। पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने सैफई मेडिकल संस्थान को अत्याधुनिक संसाधनों से युक्त बनाने पर जोर देते हुए कहा कि ऐसा होने पर आस-पास के लोगों को गम्भीर इलाज के लिये अन्यत्र कहीं नहीं जाना पड़ेगा। पड़ोसी राज्यों के मरीजों को भी यहां अच्छा व सस्ता इलाज मिल सकेगा। बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री जे0पी0 शर्मा, सचिव मुख्यमंत्री श्रीमती अनीता सिंह एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं भी सुनीं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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