राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान ने कहा कि श्रद्धेय चै0 चरण सिंह की राजनैतिक विरासत के दावेदार बनने वाले लोगों को अब चैधरी साहब की नीतियाँ भी याद नहीं रह गयी है। आय से अधिक सम्पत्ति के मामले के साथ-साथ कई घोटालों में सी0बी0आई0 जाँच के दायरे में आने वाले चैधरी साहब का उत्तराधिकारी होने का दावा कर रहे हैं उन्हें शायद चैधरी साहब की ईमानदारी भी याद नहीं है कि प्रदेष से लेकर केन्द्र तक कई बार मंत्री, प्रदेष के मुख्यमंत्री तथा प्रधानमंत्री होने के बावजूद भी उनके निधन के पष्चात् उनके पास केवल एक पुरानी फिएट कार और बैंक में मात्र चार सौ रूपये थे।
श्री चैहान ने कहा कि चैधरी अजित सिंह को धोखेबाज कहने वालों को अपने गिरेबान मंे झाँकना चाहिए। सपा मुखिया मुलायम सिंह के राजनीति में आने के बाद से ही जिसने भी उनको विधायक, नेता विरोधी दल, मंत्री व मुख्यमंत्री बनाया उन्होंने ऐसे दर्जनों नेताओं को धोखा दिया। सपा प्रमुख अपने को जिस महामानव का उत्तराधिकारी बता रहे हैं वे स्वयं तो धोखा खा लेते थे परन्तु उन्होंने कभी किसी को धोखा नहीं दिया।
श्री चैहान ने आगे कहा कि जो व्यक्ति अपने परिवार के सदस्यों को पैदा होने के पहले से ही विधान सभा क्षेत्र या लालबत्ती आवंटित कर देता हो वो चैधरी चरण सिंह जी का उत्तराधिकारी होने का ढ़ोंग तो कर सकता है परन्तु उनकी नीतियों पर चलना तो दूर की बात है उनके आदर्षों को छू भी नहीं सकता।
श्री चैहान ने ऐसे लोगो को भी अपनी भाषा संयमित रखने की सलाह दी जो दूसरों का बस्ता ढ़ो रहे हैं और अपनी नौकरी बचाने के चक्कर में गुरू घराने के विरूद्ध टिप्पणी करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं ऐसे में उन्हें यह भी याद रखना चाहिए कि वो स्वयं भी सदन में चैधरी साहब का आषीर्वाद मिलने के बाद ही पहुंचे थे तथा चैधरी साहब को धोखा देने के बाद जनता ने उन्हें नकार दिया और वे आज तक जनता के प्रतिनिधि के रूप में सदन का मुँह नहीं देख पाये जबकि उन्होंने अन्य दलों का दरवाजा झाँकने से भी परहेज नहीं किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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