वित्त मंत्री के आदेश के बाद भी बैंकिंग उद्योग के समान पेंशन योजना ग्रामीण बैंक कर्मचारियों के लिए जारी न किये जाने खफा देश भर के ७० हजार ग्रामीण बैंक अधिकारी और कर्मचारी ३० मार्च को एक दिनी देश व्यापी हडताल पर जायेगें । ग्रामीण बैंक कर्मचारियों की ६ प्रमुख मांगो के समर्थन में ३० मार्च को होने वाली इस एक दिवसीय हडताल का आहवान आल इण्डिया रीजनल रुरल बैंक इम्पलाइज एसोसियेशन ने किया है । इस हडताल के कारण ग्रामीण इलाको मे लगातार ४ दिन तक ग्रामीणो को लेन देने से वंचित होना पडेगा । २९ मार्च को सार्वजनिक अवकाश घोषित है । ३० मार्च को हडताल है ३१ मार्च को रविवार की साप्ताहिक बन्दी है तथा १ अप्रैल को बैंको की वार्षिक लेखा बंन्दी होनी है ।
गौरतलब हो कि जून माह की २५ तारीख को केन्द्रीय वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने ग्रामीण बैंक कर्र्मचारियों को भी बेंैेकिंग उद्योग मे लागू पेंशन योजना १९९५ से कवर करने के लिए विभागीय नोट पर हस्ताक्षर कर चुके है । पर ९ माह बाद भी वित्त मंत्रालय पेंशन योजना का नोटीफिकेशन जारी करने के बजाय सुप्रीम कोर्ट मे पेंशन का मामला लाया गया है जिससे देश भर के ग्रामीण बेैंक कर्मचारियों मे सरकार के प्रति आव्रहृोश व्याप्त हो गया है ।
हडताल की प्रमुख मांगो मे बैंकिग उद्योग समान पेंशन लाभ ग्रामीण बैंको मे लागू किया जाना, ग्रामीण बैंको का प्रदेश स्तरीय एकीकरण कर राष्ट्रीय ग्रामीण बंैंक की स्थापना किया जान, ग्रामीण बैको मे मानव श्रम की कमी प्रमोशन और नयी भर्ती के द्वारा पूरी कर पर्याप्त संख्या मे नई शाखाओं की स्थापना किया जान, ग्रामीण बंैंको की दिहाडी कर्मचारी के रुप मे काम करने वाले कर्मचारियों को नियमित किया जाना, ग्रामीण बैंको के प्रबन्धन बोर्ड मे कर्मचारियों की भागीदारी और कम्प्यूटर इंव्रहृीमेण्ट सहित सभी लाभ प्रायोजक बैंक समान ग्रामीण बैंको के कर्मचारियों को दिये जाने की मांग शामिल है । अरेबिया उपमहासचिव शिव करन द्विवेदी ने बताया कि ३० मार्च को ग्रामीण बैको के प्रमुख कार्यालयो पर विरोध सभाओं का भी आयोजन किया जाएगा ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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