महोबा, बांदा तथा झांसी में पेयजल आपूर्ति हेतु कार्य योजना प्रस्तुत करने के निर्देश बुन्देलखण्ड में प्राचीन तालाबों को पुनर्जीवित किया जाए
22 मार्च, 2013
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने बुन्देलखण्ड क्षेत्र के सभी जनपदों में पर्याप्त पेयजल व्यवस्था के निर्देश देते हुए कहा कि इस क्षेत्र के प्राचीन तालाबों को पुनर्जीवित किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से पूरी ईमानदारी एवं कर्मठता से काम करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस क्षेत्र में पेयजल की व्यवस्था के साथ-साथ बुन्देलखण्ड के विकास के लिए प्रभावी कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री आज शास्त्री भवन में बुन्देलखण्ड क्षेत्र में पेयजल की स्थिति के सम्बन्ध में आहूत बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस बैठक में मंत्रिमण्डल के सदस्य श्री शिवपाल सिंह यादव, श्री मोहम्मद आजम खाँ, श्री आनंद सिंह भी उपस्थित थे। उन्होंने जनपद महोबा, बांदा तथा झांसी में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए शीघ्र कार्य योजना प्रस्तुत करने का निर्देश देते हुए कहा कि 4 अप्रैल, 2013 को पुनः इस सम्बन्ध में बैठक कर आवश्यक निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पाइप लाइन द्वारा पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ ही सबमर्सिबल मोटर लगाकर कम ऊँचाई के छोटे-छोटे वाटर टैंक स्थापित कर पेयजल की आपूर्ति को बढ़ावा दिया जाए।
श्री यादव ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र के सभी तालाबों का दस्तावेजीकरण कर उनको पुनर्जीवित किया जाए। इनके आसपास से अवैध कब्जों को हटाकर जल संग्रहण क्षेत्र को खाली कराया जाए। उन्होंने इस क्षेत्र में बने सभी रिजर्वायर्स (जलाशय) का परीक्षण कराकर इनमें जमी मिट्टी को हटाने के लिए कार्य योजना भी प्रस्तुत करने का निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में बनने वाले सभी चेकडैम ऐसे स्थानों पर बनाए जाएं, जहां से भू जल स्तर में वृद्धि करने में मदद मिले। इसके अलावा उन्होंने सिंचाई के लिए स्प्रिंकलर तथा ड्रिप सिस्टम को बढ़ावा देने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के नगरों से निकलने वाले गन्दे पानी के पुनर्प्रयोग हेतु छोटे-छोटे ट्रीटमेंट प्लांट लगाने पर भी विचार किया जाय।
इस मौके पर नगर विकास मंत्री ने महोबा जनपद के लिए पेयजल आपूर्ति हेतु सन् 2010 में बिछाई गई पाइप के सम्बन्ध में सभी पत्रावलियों तलब करते हुए निर्देशित किया कि इस क्षेत्र की पेयजल परियोजनाओं पर भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बैठक में मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री राकेश गर्ग, प्रमुख सचिव सिंचाई श्री दीपक सिंघल, सचिव मुख्यमंत्री श्रीमती अनीता सिंह, चित्रकूट एवं झांसी मण्डलों के मण्डलायुक्त क्षेत्र के सभी सात जनपदों के जिलाधिकारी तथा उत्तर प्रदेश जल निगम के अधिकारियों सहित सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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