सुलतानपुर २४ मार्च । जनपद की आई०सी०डी०एस की योजना मे भ्र्रष्टाचार का आंकड़ा राष्ट्र मण्डल खेल के आकडे को भी पीछे छोडता हुआ दिख रहा है।
जिला प्रशासन भी इस परियोजना के कार्यकलापो के आगे नतमस्तक दिख रहा है । कारण है कि जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी द्वारा मीडिया की खबरो का कोई संज्ञान नही लिया जाता न ही इनको जिला सूचना विभाग ही खबरो की सूचना देता है ।
सूचना विभाग मे प्रशासनिक चाटुकारिता की हद पार को गई है एक एक कर्मचारी जिला प्रशासन की जी हूजूरी बजाता व अच्छी व चापलूसी भरी खबरे ही इन अधिकारियो को भेजता है बाकी सब दवा दी जाती है जो खबरे जाती भी है उन पर कोई सकारात्मक कार्यवाही नही होती।
जिससे जिले के लगभग सभी कार्यालय फीलगुड मना रहे है और अपनी रफ्तार मे भ्र्रष्टाचार के नये कीर्तमान बना मीडिया को व उसकी खबरो का औचित्यहीन व बकवास करार दे रहे है । हाल देखिए पूरी बसपा सरकार व मुख्य मंत्री व शासन को भी जनता की नजरो मे खुलेआम बदनाम किया जा रहा है ।
उदाहरण देखिए आई०सी०डी०एस० योजनान्र्तगत जिले के प्रत्येक ब्लाको मे परियोजना व प्रत्येक एक हजार ५०० सौ की आबादी पर एक एक आगन वाडी सेन्टर है। जिसके माध्यम से केन्द्र द्वारा वित्त्तपोषित व प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजना मे भारी भ्रष्टाचार व्याप्त है।
योजनाओं के संचालन व नियुक्ति मे भारी घोटालेबाजी की जाती है योजनाओ मे मुख्य सेविकाओ व परियोजना अधिकारी द्वारा योजना का धन इन्ही कार्यकत्रियों के खाते मे मंगा कर मानदेय रोकने नौकरी समाप्त करने की धमकी देकर हड़प लिया जाता है।
जिससे पात्रो को न योजना का लाभ मिलता है न कार्यकत्रियो को अपने क्षेत्र मे सम्मान और तो और इसकी मिशाल नगर मुख्यालय की सिटी परियोजना को कभी भी देखा जा सकता है।
हाटकुुक, पोषाहार, वितरण, किशोरी सशक्तीकरण योजना, मातृत्वलाभ योजना यहां तक कि सेटरो पर आने वाले सरकारी सामानो पर भी सैकडो रुपये वसूली की जा रही है कभी हाटकुक योजना मे आधा से ज्यादा छात्र स्वयं परियोजनाधिकारी लेती है।
पोषाहार मे भी पैसा वसूला जाता है जब आडिट होता है तो भी इन्ही कार्यकत्रियो द्वारा ५०० रु० प्रति सेटरों से गलत को सही करने के लिये इनके द्वारा जबरन वसूला जाता है यहां तक कि त्योहारो पर मानदेय भी नही दिलाया जाता इसमे भी पैसे की मांग की जाती है।
ये सब कुछ जिले के सर्वोच्च अधिकारी की संज्ञान मे समय समय पर खबरो द्वारा लाया जाता है मगर कोई कार्यवाही नही होती इस कारण आज क्षेत्र की जनता त्राहि त्राहि कर रही है और ये भ्र्रष्टाचारी फील गुड कर रहे है ।
इन परियोजनाओ पर नियंत्रण के लिये जिला कार्यव्रहृम अधिकारी भी है मगर वो भी इन परियोजनाधिकारियो की केवल जांच की बात करते है मगर इनका भी हाल वही है जैसे पुलिस को दरख्वास्त दो तो वही वसूली की बुनियाद बन जाती है ।
आज तक किसी भी परियोजना की कार्यकत्रियो व सहायिकाओ को कभी भी त्योहारो पर उनका मेहनताना नही दिया गया जब तक कि उनसे वसूली नही कर ली गई।
सोचा जा सकता है कि इन सब भ्रष्टाचार के पीछे कौन लोग है आखिर बहन जी की सरकार की लोकप्रियता का ज्ञापन जनता मे गांव गरीबो मे यही अधिकारी लगातार गिरा रहे है जनता ने मुख्यमंत्री से ऐसे अधिकारियो व परियोजना अधिकारियो की स्वयं जांच कर कठोर कार्यवाही की मांग की है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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