स्ंात कबीर के कबीरवंशी समाज को संगठित और सामाजिक आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिये गठित किये गये ‘‘सतगुरु कबीर विचार मंच’’ का नाम ‘‘सतगुरु कबीर विचार संस्थान’’ कर दिया गया है। यह परिवर्तन सोसायटी रजिस्टेªशन एक्ट 1861 के अनुसार तकनीकी कारणों से किया गया है।
सतगुरु कबीर विचार संस्थान के अध्यक्ष शिवप्रसाद भारती कबीर ने बताया कि मंच नाम से गठित होने वाली संस्थायें राजनीतिक भावार्थ वाली होती हैं इसलिए इनका रजिस्टेªशन सोसायटी एक्ट के अनुसार नहीं होता जबकि सतगुरु कबीर विचार मंच का उद्देश्य सामाजिक एकता एवं सांस्कृतिक उत्थान है , यह विषय सोसायटी रजिस्टेªशन एक्ट के अन्तर्गत आता है। इसीलिए नाम परिवर्तित किया गया है। यह निर्णय रविवार को सम्पन्न हुए कार्यकारणी की बैठक में लिया गया।
उन्होने बताया कि संस्थान के नये पदाधिकारियों में आडीटर श्री जुगुलकिशोर कोटार्य वनविभाग सोनभद्र (निवासी कर्वी) बनाये गये हैं जो सोनभद्र के जिला कोआर्डिनेटर भी होंगें।श्री लाल भास्कर सेक्सन अफसर उ0प्र0 शासन लखनऊ (निवासी तिन्दवारा बांदा) को पांचवा सचिव बनाया गया है। इसके पूर्व चुने गये पदाधिकारियों में शिवप्रसाद भारती कबीर अध्यक्ष, सावित्री दीवान (रायबरेली), ईश्वर चन्द वर्मा(उरई), नन्दकिशोर (लखनऊ) उपाध्यक्ष, डाॅ जितेन्दराव एसोसिएट प्रोफेसर डेन्टल विश्वविद्यालय, नरेश कुमार टेªनिंग आफीसर सीटीआई कानपुर (मुजफ्फरनगर), गोविन्द प्रसाद संगीतकार महासचिव तथा सत्य प्रकाश पूर्व समीक्षा अधिकारी उ0प्र0 सचिवालय शिव अवतार डेन्टल हाइजिनिस्ट लखनऊ, ज्ञानचन्द्र कोटार्य (चित्रकूट), सुघरलाल कमल आईटीआई रायबरेली सचिव, चन्द्रशेखर बनौधा उपनिदेशक सार्वजनिक उद्यम व्यूरो कोषाध्यक्ष तथा मन्साराम कस्टमर रिलेशन एसबीआई, रामसजीवन आकाशवाणी लखनऊ, अरविन्द वर्मा विरला सन लाइफ मिर्जापुर, नरेन्द्र कुमार आर्य रोडवेज वर्कशाप कानपुर को संगठन सचिव बनाया गया था। वरिष्ठ समाज सेवी रामनाथ वैद्य‘कबीरपंथी’ संरक्षक बनाये गये हैं।
संस्थान के जिला संयोजकों में उन्नाव से रज्जन लाल, बाराबंकी से सतीशकुमार ‘कमल’ शिक्षक, हमीरपुर से डाॅ0 यशवंत कबीर के स्थान पर वृजेन्द्र कुमार अनुरागी शिक्षक तथा फिरोजाबाद से होतीलाल शंखवार बनाये गये हैं। इसप्रकार अब तक 12 जिलों के संयोजक नियुक्त किये जा चुके हैं जिनमें बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, कानपुर, उन्नाव, रायबरेली, फैजाबाद, फिरोजाबाद, बाराबंकी, सोनभद्र, लखनऊ जिले शामिल हैं। उत्तरप्रदेश के शेष 64 जिलों जिला संयोजक, मण्डल संयोजक तथा अन्य प्रदेशों में संयोजक बनाये जाने हैं।
संस्थान में सामान्य सदस्य, सहयोगी मण्डल सदस्य, विशिष्ट सहयोगी मण्डल सदस्य तथा मार्गदर्शन मण्डल सदस्य बनाये जा रहें हैं जो संस्थान की गतिविधियों को आगे बढ़ायेगें।संस्थान का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर कबीरपंथी, कोरी, पटवा, पटेल, मुदिराज, तांती, पान आदि जातियों से पहिचाने जाने वाले और उत्तर प्रदेश में भुइयार, हिन्दू जुलाहा, कमलवंशी, कुटार, शंखवार, शाक्यवार, माहौर, धीमान, कैथवार, बनौध आदि उपजातियों में बटे कबीरपन्थी समाज को संगठित करना तथा उनका सामाजिक, सांस्कृतिक आर्थिक विकास करना है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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